रांची, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड में रामनवमी का त्योहार कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।
रामनवमी चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन मनाई जाती है। नौ दिन देवी शक्ति के नौ रूपों को समर्पित है। यह त्योहार भगवान राम की आस्था से जुड़ा है।
राज्यभर के मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी कतार देखी जा रही है। यहां निवारनपुर में स्थित राम मंदिर में भगवान राम और हनुमान की प्रार्थना में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं को देखा गया है।
राज्य में रामनवमी पर कई सारे सार्वजनिक समारोह आयोजित किए गए हैं। जिसके कारण सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए, ताकि कोई सांप्रदायिक घटना न घटे।
अधिकारी इस बार अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं, क्योंकि इस पर यह त्योहार शुक्रवार को है, जिस दिन मुसलमान जुमे की नमाज अदा करते हैं।
रांची और राज्य के अन्य जिलों में रामनवमी जुलूस पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से बराबर नजर रखी जा रही है।
सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में, शांति समिति की बैठकें हुई हैं। यहां रामनवमी जुलूस अपराह्न् एक बजे से शुरू हुआ और यह रात तक जारी रहेगा। कुछ जिलों में जैसे हजारीबाग में जुलूस पूरी रात जारी रहेगा।
‘अखाड़ों’ के सदस्य रामनवमी जुलूस में उत्साह से भाग ले रहे हैं, और तलवार जैसे पारंपरिक हथियारों का प्रदर्शन कर रहे हैं।
जुलूस में वाहनों और लंबे झंडों का प्रयोग किया जाता है, जिसके कारण सुरक्षा की समस्या पैदा होती है। इससे बिजली के खंभे और तारों के खतरे रहते हैं।
गौरतलब है कि अतीत में इसी तरह के एक जुलूस में करंट लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। इस कारण कई जिलों में प्रशासन ने जुलूस के दौरान बिजली आपूर्ति काटने का फैसला किया है।
राज्य में गुरुवार से तीन दिनों के लिए शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।