भोपाल, 30 मई – अविभाजित मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहने के बाद राजनीति के क्षेत्र में आकर छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री होने का गौरव पाने वाले अजीत जोगी के निधन पर विभिन्न राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया है। जोगी का शुक्रवार को रायपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया।
जोगी के निधन पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जोगी के दीर्घ सार्वजनिक जीवन में प्रशासनिक और राजनीतिक क्षेत्र में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों के लिए स्मरणीय रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने दिवंगत नेता जोगी की आत्मा की शांति और उनके शोकाकुल परिवार को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना ईश्वर से की है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने जोगी के निधन पर कहा, “जोगी पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उनके परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व पीछे परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।”
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जोगी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “अजीत जोगी के दुखद देहांत के समाचार सुनकर बेहद दुख हुआ। मेरे निजि मित्र व साथी थे। परिपक्व राजनीतिज्ञ व कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने जोगी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जोगी का छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। उनके निधन से एक बड़ी राजनीतिक क्षति हुई है। ईश्वर उन्हें श्रीचरणों मे स्थान दें। उनके परिजनों को ईश्वर संबल दे।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष और अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह ने जोगी के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि जोगी सीधी के कलेक्टर रहे और अर्जुन सिंह के सपर्क में आकर उनके विश्वस्त बन गए। उसके बाद आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए। उनका संयुक्त मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण योगदान है।
छिंदवाड़ा से सांसद नकुल नाथ ने जोगी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन की दुखद खबर सुनकर मन व्यथित है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस मुश्किल घड़ी में यह आघात सहन करने का संबल प्रदान करें।”