नई दिल्ली/मुंबई, 19 मार्च (आईएएनएस)। जेट एयरवेज के विमान रखरखाव इंजीनियरों ने विमानन नियामक, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को पत्र लिखकर कहा है कि कंपनी के विमान यात्रा करने के लिए सही और सुरक्षित हैं।
जेट एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स वेल्फेयर एसोसिएशन के अनुसार, कंपनी की टेक्निकल डिस्पैच रिलाएबिलिटी 99.50 प्रतिशत है, जो कि इस उद्योग में सबसे ज्यादा है।
इससे पहले एसोसिएशन ने डीजीसीए को तनख्वाह बकाया होने के मुद्दे पर पत्र लिखा था, जिसके बाद एसोसिएशन ने यह शुद्धिपत्र (कॉरिजेंडम) लिखा है।
इससे पहले केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने वरिष्ठ अधिकारियों को जेट एयरवेज द्वारा अपने विमानों को खड़ा करने (ग्राउंडिंग) के मुद्दे पर आपात बैठक बुलाने के लिए कहा।
मंत्री ने ट्वीट कर कहा, “एमओसीए के सचिव को जेट एयरवेज के विमानों को खड़ा करने, अग्रिम बुकिंग, कैंसिलेशन, रिफंड और सुरक्षा मुद्दों को लेकर आपात बैठक बुलाने के निर्देश दिए गए हैं।”
उन्होंने कहा, “इस बाबत सचिव को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से तत्काल रिपोर्ट मांगने के लिए भी कहा है।”
इससे एक दिन पहले जेट एयरवेज ने अबु धाबी में अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया था, जिससे यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने अपने लीज देने वालों का बकाया नहीं चुकाया है, जिस वजह से विमानन कंपनी लगातार अपने विमानों का परिचालन बंद कर रही है। कंपनी ने अब तक अपने 40 से अधिक विमान खड़े कर दिए हैं।