न्यूयार्क, 12 दिसम्बर (आईएएनएस)। फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग के बाद दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने मुसलमानों का समर्थन करते हुए कहा कि मुसलमानों के साथ-साथ अमेरिका और विश्व के अन्य देशों में रहने वाले अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।”
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के दावेदार डोनाल्ड ट्रम्प की अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी की टिप्पणी से उलट जुकरबर्ग के बाद पिचाई ने मुसलमानों का समर्थन करते हुए यह बयान दिया।
भारत में जन्मे गूगल के शीर्ष अधिकारी ने अपने अनुभवों को याद करते हुए कहा, “भय की वजह से हमें अपने मूल्यों को नहीं खोना चाहिए।”
पिचाई ने इस संबंध में शनिवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “मैं 22 साल पहले भारत से अमेरिका आया था। मुझे यहां के विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलने से काफी खुशी हुई थी और समय के साथ मुझे पता चला कि कड़ी मेहनत कई दरवाजे खोलती है। मैंने यहां एक जीवन, परिवार और करियर स्थापित किया और मैं खुद को इस देश का हिस्सा मानता हूं।”
उन्होंने कहा, “इन दिनों खबरों में असहिष्णुता के बारे में पढ़ने से काफी निराशा होती है।”
पिचाई के अनुसार, अमेरिका जैसे देश में खुले विचार, सहनशीलता और नए अमेरिकी लोगों का स्वागत ही देश की सबसे बड़ी ताकतों में से एक है।
इसी सप्ताह जुकरबर्ग ने कहा था कि उनकी कंपनी मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा हेतु और उनके लिए शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल बनाने के लिए संघर्ष करेगी।
उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में हो रहे आतंकवादी हमलों और उनमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की संलिप्तता सामने आने के बाद राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही।