चेन्नई, 7 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पर आगे बढ़ने से पहले वह इसके विभिन्न मुद्दों पर आम सहमति कायम करें।
जयललिता ने अपने आवास पर मोदी को विभिन्न मांगों वाला एक ज्ञापन दिया। मोदी यहां राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस और भारत हस्तकरघा ब्रांड लांच करने के बाद जयललिता के आवास पर उनसे मिलने गए थे।
मोदी और जयललिता की मुलाकात करीब 50 मिनट की थी। मुख्यमंत्री ने मोदी के लिए भोज भी आयोजित की।
जयललिता के मुताबिक केंद्र सरकार को विभिन्न मुद्दों पर सहमति कायम करनी चाहिए, जिसमें मुआवजा अवधि और तरीके, राजस्व निरपेक्ष दर, बैंड के साथ आधार दर, जीएसटी से बाहर रहने वाले कमोडिटी जैसे मुद्दे शामिल हैं, ताकि वित्तीय स्वायत्तता छिनने और स्थायी राजस्व नुकसान जैसे मुद्दों पर राज्यों की चिंताएं दूर की जा सके।
जयललिता ने जीएसटी परिषद की स्थापना का भी विरोध किया, क्योंकि यह संसद और विधानसभाओं की विधायी संप्रभुता के विरुद्ध है।
उन्होंने ज्ञापन में कहा कि यदि परिषद गठित भी की जाए, तो कुल मतों में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व घटाकर एक चौथाई किया जाए और राज्यों का प्रतिनिधित्व बढ़ाकर तीन चौथाई किया जाए।