नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस ने शुक्रवार को सरकार के उन दावों को खारिज किया जिसके मुताबिक, उसने मानसून सत्र के दौरान वस्तु एवं सेवा कर विधेयक का विरोध किया और इस बात पर जोर दिया कि पार्टी ही इस कानून की लेखक है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “यह आरोप कि कांग्रेस जीएसटी विधेयक का विरोध कर रही है निराधार, दुर्भावनापूर्ण तथा पूरी तरह झूठ है। जीएसटी विधेयक की लेखक और वास्तुकार कांग्रेस रही है और कई सालों तक विभिन्न मौकों पर भाजपा इसका विरोध करती रही है।”
आजाद ने कहा कि सबसे कड़ा विरोध गुजरात सरकार तथा गुजरात के वित्त मंत्री की ओर से आया। उन्होंने कहा, “मैं इस बात को स्पष्ट करना चाहूंगा कि जीएसटी विधेयक के लटकने की जिम्मेदार भाजपा है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने करोड़ों लोगों की भावनाओं के सम्मान में ललित मोदी तथा व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) मुद्दे को उठाया और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा राजस्थान व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करने के कर्तव्यों से बंधी है।
उन्होंने कहा, “देश के लोगों के लिए यह मुद्दा गहरी चिंता का विषय है और इसे संसद में भी तवज्जो दी जाएगी।”
आजाद ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार एकजुट विपक्ष की चिंताओं का समाधान करने व इसका सच सामने लाने में पूरी तरह नाकाम रही है। बेहद बेशर्मी से उसने संसद में कार्यवाही में बाधा का आरोप सामान्य तौर पर विपक्ष और विशेष तौर पर कांग्रेस के सिर मढ़ दिया।”
जीएसटी विधेयक पारित कराने को लेकर सरकार संसद का एक विशेष सत्र बुलाने पर विचार कर रही है, की रपटों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “इस बारे में न तो हमें भरोसे में लिया गया और न ही हमें कोई आधिकारिक जानकारी है। यह (विशेष सत्र) केवल अफवाह है। यदि सरकार की ऐसी कोई योजना है, तो शिष्टाचार और लोकतंत्र की मांग है कि विपक्ष को भरोसे में लिया जाए।”
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार अगले साल अप्रैल से जीएसटी प्रणाली को लागू करने के प्रति दृढ़ है।