रियो डी जेनेरियो, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर ने सोमवार को ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया। वह ओलम्पिक में हिस्सा लेने की योग्यता हासिल करने वाली देश की पहली महिला जिमनास्ट बन गई हैं।
त्रिपुरा निवासी दीपा ने यहां जारी अंतिम चरण के क्वालीफाईंग व टेस्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास कायम किया। एशियाई कांस्य पदक विजेता दीपा ने आर्टिस्टिक जिमनास्टिक में ओलम्पिक का टिकट हासिल किया है।
विश्व जिमनास्टिक महासंघ-एफआईजी की वेबसाइट के मुताबिक दीपा ने टेस्ट इवेंट में कुल 52.698 अंक हासिल किए।
दीपा के पिता दुलाल करमाकर इंफाल स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में भारोत्तोलन कोच हैं।
दीपा ने वॉल्ट में भी मौका हासिल किया। इस इवेंट में दीपा ने 2015 के एशिययन चैम्पियनशिप में कांस्य जीता था। साथ ही 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में भी दीपा ने इस इवेंट में कांस्य जीता था।
दीपा न सिर्फ ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय हैं बल्कि वह 52 साल के बाद ओलम्पिक का टिकट हासिल करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं।
भारत को अंतिम बार 1964 के टोक्यो ओलम्पिक में जिमनास्टिक में प्रतिनिधित्व मिला था। उस समय कोई क्वालीफिकेशन नियम नहीं थे। इस साल आर्टिस्टिक जिमनास्टिक व्यक्तिगत स्पर्धा में छह भारतीयों ने हिस्सा लिया था।
अब तक भारत के लिए कुल 11 पुरुष जिमनास्ट ओलम्पिक में हिस्सा ले चुके हैं। 1952 में दो. 1956 में तीन और 1964 में छह भारतीय शरीक हुए थे।
इस सफलता के बाद खेल मंत्रालय ने दीपा को अपने टारगेट ओलम्पिक स्कीम (टॉप्स) में शामिल किया है। इसके तहत दीपा को प्रशिक्षण के लिए 30 लाख रुपये मिलेंगे।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने इसकी घोषणा की। साई ने अपने ट्वीट में लिखा, “दीपा करमाकर को बधाई। ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही दीपा को टॉप्स में शामिल किया जाता है और अब उन्हें प्रशिक्षण के लिए 30 लाख रुपये दिए जाएंगे।”