नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। जिंदल स्टेनलेस (हिसार) लिमिटेड (जेएसएचएल) की शुद्ध आय वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही के दौरान 2,361 करोड़ रुपये रही, जबकि तीसरी तिमाही में कंपनी की शुद्ध आय 2,333 करोड़ रुपये थी। तीसरी तिमाही में कंपनी का निवल मुनाफा जहां 55 करोड़ रुपये था वहां चौथी तिमाही में यह मुनाफा बढ़कर 66 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में एबिड्टा आठ फीसदी बढ़कर 217 करोड़ रूपये हो गया जबकि कर घटाने के बाद मुनाफा 19 फीसदी बढ़कर 66 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के अनुसार, वित्त वर्ष 2018.19 में शुद्ध आय 8,956 करोड़ रुपये रही। उक्त वित्त वर्ष में एबिड्टा 900 करोड़ रुपये रहा जबकि कर घटाने के बाद मुनाफा 261 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ते व्यापार संरक्षणवाद के कारण निर्यात बाजार में पैदा चुनौतियों के बावजूद रेलवे, मेट्रो के साथ ब्लेड स्टील, प्रेसिजन स्ट्रिप और कॉयन ब्लैंक जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों की बढ़ती मांग के मद्देनजर, जेएसएचएल ने अपनी आय बरकरार रखी है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने कहा, “जेएसएचएल भारत का इकलौता उत्पादक है जो विशिष्ट श्रेणी के स्टेनलेस स्टील उत्पादों का विनिर्माण करता है। घरेलू स्टेनलेस स्टील मांग में बढ़ोतरी के चलते कंपनी ने प्रतिकूल आर्थिक हालात में भी अपनी आय बरकरार रखी।”
उन्होंने कहा, “मौजूदा एफटीए नियमों के दुरुपयोग से न केवल घरेलू उद्योग को हानि पहुंची है, बल्कि भारत के व्यापारिक घाटे में बढ़ोतरी भी हुई है। पिछली तिमाहियों में चीन पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लागू होने के बावजूद भारत में एफटीए देशों से होते निर्यात में वृद्धि हुई है।”