इस्लामाबाद, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। ईरान ने पाकिस्तान को सूचित किया है कि वह इस बात की जांच कर रहा है पिछले माह बलूचिस्तान से गिरफ्तार किए गए कथित भारतीय जासूस ने अवैध रूप से सीमा पार की थी या उसे ईरान की जमीन से गिरफ्तार किया गया था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने रविवार को यह खबर प्रकाशित की है।
कथित रूप से रॉ के एजेंट कुलभूषण जाधव को तीन मार्च को गिरफ्तार किया गया था। कथित रूप से कुछ अलगाववादी नेताओं से मिलने बलूचिस्तान में प्रवेश करने के पहले उसे कथित तौर पर ईरान के चाबहार बंदरगाह पर तैनात किया गया था।
अखबार ने लिखा है कि ईरान के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर पाकिस्तान को सूचित कर दिया है कि वे इसकी जांच कर रहे हैं कि जाधव पाकिस्तान में अवैध ढंग से घुसा या नहीं।
अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारत पहले ही जाधव को जासूस मानने से इनकार कर चुका है। भारत का दावा है कि भारतीय नागरिक जाधव को ईरान की धरती से उठाया गया। अखबार ने बताया है कि भारत, ईरान पर पाकिस्तानी एजेंसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए दबाव डाल रहा है।
अखबार के मुताबिक, भारत यह भी चाहता है कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी ईरान को यह समझाने में सहयोग करें कि जाधव का ईरान की जमीन से अपहरण किया गया। इतना ही नहीं नई दिल्ली ने तेहरान को पाकिस्तान और भारत में से किसी एक को चुनने की धमकी भी दी है। इससे ईरान उलझन में है।
विशेष आर्थिक क्षेत्र के रूप चाबहार बंदरगाह को विकसित करने में भारत अरबों रुपये खर्च कर रहा है। ओमान की खाड़ी स्थित यह बंदरगाह पाकिस्तान को दरकिनार कर भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया में व्यापार करने की सुविधा देता है।
इसके अलावा भारत अपने तेल आयात का बड़ा हिस्सा ईरान से ही खरीदता है।
अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तान पहले ही जाधव की गिरफ्तारी के कथित सबूत अमेरिका और ब्रिटेन सहित विश्व शक्तियों को दे चुका है। लेकिन, इन ताकतों ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।