नई दिल्ली: जहांगीरपुरी झड़पों के एक मुख्य आरोपी के राजनीतिक जुड़ाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच खींचतान मंगलवार को और तेज हो गई. दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोपी को भाजपा का नेता बताया है.
एक संवाददाता सम्मेलन में आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि 16 अप्रैल को हुई झड़पों के ‘मास्टरमाइंड’ में से एक मोहम्मद अंसार ‘भाजपा का सक्रिय नेता’ था.
पार्टी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें अंसार भगवा टोपी पहने और भाजपा का दुपट्टा पहने नजर आ रहा है तथा भाजपा के अन्य नेताओं के साथ किसी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लेते दिख रहा है.
इसी बीच, कालकाजी से आप की विधायक आतिशी ने भी ट्वीट किया कि 35 वर्षीय मोहम्मद अंसार, जिसे दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक बताया है, वह ‘भाजपा नेता’ है.
उन्होंने कई तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें अंसार को जहांगीरपुरी में भाजपा उम्मीदवार संगीता बजाज के लिए प्रचार करते देखा जा सकता है.
बजाज 2017 में उत्तर जहांगीरपुरी से भाजपा की ओर से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में उम्मीदवार थीं और आतिशी द्वारा पोस्ट की गई कई तस्वीरों में उन्हें अंसार के साथ देखा जा सकता है.
आतिशी ने भाजपा से यह दावा करने के लिए कि आरोपी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी का सदस्य था, के लिए माफी मांगने की मांग की.
उन्होंने लिखा, ‘जहांगीरपुरी दंगों का मुख्य आरोपी- अंसार- भाजपा का नेता है. उसने भाजपा की प्रत्याशी संगीता बजाज को चुनाव लड़वाने में प्रमुख भूमिका निभायी और भाजपा में सक्रिय भूमिका निभाता है. ये साफ है कि भाजपा ने दंगे करवाए. भाजपा दिल्ली वालों से माफी मांगे. भाजपा गुंडों-लफंगों की पार्टी है.’
उधर प्रेस वार्ता में सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘इन तस्वीरों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गंदा और बदसूरत चेहरा देश के सामने बेनकाब हो गया है. ये तस्वीरें स्पष्ट करती हैं कि जहांगीरपुरी में दंगे को भाजपा ने अंजाम दिया था.’
उन्होंने दावा किया कि हाल में रामनवमी और हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हुई सांप्रदायिक हिंसा की सभी घटनाओं के पीछे भाजपा का हाथ है.
आप नेता ने आरोप लगाया, ‘भाजपा ने वोट के लिए, चुनाव जीतने के लिए ये सब किया… भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसे इन दंगों से फायदा हुआ है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश इकाई के प्रमुख, पार्टी सांसद और उसके नेताओं से लेकर हर कोई इन दंगों से राजनीतिक फायदा उठाने में व्यस्त है.’
गौरतलब है कि मोहम्मद अंसार को 17 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने यह दावा करते हुए गिरफ्तार किया था कि वह हिंसा का प्रमुख साजिशकर्ता है.
पुलिस ने बताया था कि अंसार अपने चार-पांच साथियों के साथ इलाके में निकाले गए हनुमान जयंती जुलूस में पहुंचा और लोगों से मारपीट करने लगा. अंसार और उसके साथियों ने कथित तौर पर हंगामा शुरू कर दिया, जिसने दो समुदायों के बीच झड़पों के लिए चिंगारी का काम किया. पुलिस ने दावा किया कि उसने अंसार और उसके साथियों से झगड़ा बंद करने को कहा था, लेकिन कुछ ही समय में भीड़ पुलिसकर्मियों से अधिक हो गई.
दिल्ली पुलिस ने एक रिमांड नोट में कहा कि इस तरह हनुमान जयंती की ‘शांतिपूर्ण’ शोभायात्रा हिंसक हो गई, हालांकि सामने आए कई वीडियो दिखाते हैं कि शोभायात्रा में शामिल कुछ लोग इफ्तार से पहले मस्जिद में इबादत के लिए आए मुसलमानों को भड़काने के इरादे से आए थे.
दिल्ली पुलिस अपने इस बयान पर कायम है कि 16 अप्रैल को हुई हिंसा एक ‘पूर्व नियोजित साजिश’ थी.
इस बीच आप ने दिल्ली पुलिस पर ‘भाजपा के साथ हाथ मिलाने’ और पार्टी द्वारा तैयार की गई ‘पटकथा’ के अनुसार काम करने का आरोप लगाते हुए उस पर निशाना साधा.
सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि हिंसा शुरू होने से पहले, हनुमान जयंती शोभायात्रा निकालने वालों सहित भीड़ के दोनों पक्ष बंदूकें, तलवार और अन्य हथियार ले जा रहे थे, लेकिन वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
उन्होंने कहा, ‘बंदूकें ले जाना एक संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध है. जब उन्होंने (पुलिस ने) उन्हें बंदूकें और अन्य हथियारों को ले जाते देखा तो उन्होंने (पुलिस ने) आरोपियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया? ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें उनके (भाजपा) मुख्यालय में बैठे लेखकों की पटकथा के अनुसार कार्य करना था.’
उन्होंने कहा कि पुलिस बल की उपस्थिति में घातक हथियार ले जाने और उन्हें लहराने वाले न तो ‘हिंदू और न ही मुस्लिम’ को गिरफ्तार किया गया.
आप नेता ने आरोप लगाया, ‘ऐसा इसलिए है क्योंकि एक पटकथा थी जिसमें एसएचओ और डीसीपी की भूमिका तय की गई थी. उनकी भूमिका दंगों को देखने और होने देने की थी जो बाद में यह कहा जाए कि अंसार मास्टरमाइंड है और उसका ताल्लुक आम आदमी पार्टी से है और अन्य पार्टी तथा भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है.’
उन्होंने कहा कि मौके पर तैनात कांस्टेबल केवल ‘बलि का बकरा’ थे.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अंसार इलाके का जाना-माना हिस्ट्रीशीटर है, जिसका 2007 से आपराधिक इतिहास रहा है. उसके बारे में कहा जाता है कि वह इलाके में अवैध शराब का धंधा और जुए का रैकेट चलाता है. इससे पहले भी अंसार को कई बार एहतियातन हिरासत में लिया जा चुका है.
उधर, भाजपा ने इससे पहले जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी के आम आदमी पार्टी (आप) के साथ संबंधों का दावा किया था.
सोमवार को भाजपा प्रवक्ता सारिका जैन ने दावा किया कि अंसार आप के सदस्य थे और उन्होंने आप की टोपी पहने हुए एक तस्वीर दिखाई. उनके दावे के तुरंत बाद कई समाचार चैनलों ने शोभायात्रा के दौरान अंसार की तलवारें लहराते हुए फुटेज प्रसारित की थी.
उत्तर-पूर्व दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी कहा था, ‘जहांगीरपुरी में हमले का मास्टरमाइंड मोहम्मद अंसार, आप का कार्यकर्ता पाया गया है. तस्वीरों के रूप में इसके सबूत हैं.’