अमृतसर, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्र जलियांवाला बाग में ब्रिटिश बलों द्वारा सैकड़ों निर्दोष भारतीयों के नरसंहार की आज 100वीं बरसी मना रहा है। इस मौके पर ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक ऐस्क्विथ ने शनिवार को बहुत खेद और दुख व्यक्त किया लेकिन इन नृशंस हत्याओं पर ब्रिटिश सरकार द्वारा माफी मांगने को लेकर कोई वादा नहीं किया।
ब्रिटिश उच्चायुक्त ने यहां जलियांवाला बाग नेशनल मेमोरियल में आगंतुक पुस्तिका में लिखा, “हमें इस बात का बेहद अफसोस है।”
ऐस्क्विथ ने स्मारक पर पुष्प अर्पित किए।
अपनी सरकार द्वारा इस मामले में माफी मांगने के मुद्दे पर, ऐस्क्विथ ने मीडिया से कहा, “मुझे पता है कि यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण सवाल है। मैं आपसे बस, यहां मैं जो करने आया हूं उसका सम्मान करने के लिए कहता हूं जो उन लोगों को याद के लिए है जिनकी 100 साल पहले यहां मौत हो गई थी। मैं ब्रिटिश सरकार और ब्रिटिश लोगों के दुख को व्यक्त करने के लिए आया हूं।”
उन्होंने कहा, “100 साल पहले जो हुआ वह एक दुखद घटना थी। इस सप्ताह संसद में प्रधान मंत्री थेरेसा मे ने इसे हमारे इतिहास में ‘शर्मनाक दाग’ के रूप में संदर्भित किया था।
ऐस्क्विथ ने ट्वीट भी किया और कहा, “आज हम बेहद दुख के साथ उन लोगों को याद करते हैं जो 13 अप्रैल, 1919 को मारे गए थे और इस पर खेद जताते हैं।”