बर्लिन, 27 मार्च (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड की विमानन सेवा ‘एयर न्यूजीलैंड’ ने अन्य वैश्विक एयरलाइंस की तरह शुक्रवार को विमानन कंपनियों के लिए नए नियम लागू करने पर सहमत हो गई हैं, जिसके तहत चालक दल के दो सदस्य हमेशा कॉकपिट में मौजूद रहेंगे।
यह नया नियम जर्मनविंग्स के सह-पायलट द्वारा उड़ान के कप्तान को कॉकपिट से बाहर बंद करके विमान को जानबूझ कर फ्रेंच आल्पस में दुर्घटनाग्रस्त करने के आरोपों के बीच आया है।
अभियोजन पक्ष ने गुरुवार को संकेत दिए थे कि बार्सिलोना से डसेलडॉर्फ जा रहे विमान के सह-पायलट ने जानबूझकर विमान को फ्रेंच आल्पस में दुर्घटनाग्रस्त कर दिया था, जिसमें विमान में सवार सभी 150 लोगों की मौत हो गई थी।
समाचार पत्र न्यूज जीलैंड हेराल्ड के मुताबिक, एयर न्यूजीलैंड के मुख्य उड़ान संचालन और सुरक्षा अधिकारी डेविड मॉर्गन ने कहा कि नीति संशोधन से तात्पर्य यह है कि अब प्रत्येक विमान के कॉकपिट में चालक दल के कम से कम दो सदस्य हमेशा मौजूद रहेंगे।
रपट के हवाले से कहा गया है कि यदि विमान का संचालन कर रहे दोनों पायलट में से एक पायलट थोड़ी देर के लिए कॉकपिट से बाहर जाना चाहता है तो इस दौरान चालक दल के अन्य सदस्य को कॉकपिट में मौजूद रहना होगा।
मॉर्गन ने कहा कि नियम में यह बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू होगा और जर्मनविंग्स आपदा की कॉकपिट प्रक्रियाओं की समीक्षा का अनुसरण करेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारे ग्राहकों, स्टाफ और विमान की सुरक्षा सर्वोपरि है और प्रक्रिया में बदलाव से हमारे प्रोटोकॉल को मजबूती मिलेगी। इससे विमान के संचालन के दौरान कॉकपिट में मौजूद एक पायलट के समक्ष जोखिम को भी कम करने में मदद मिलेगी।”
इससे पहले जारी की गई रपट के मुताबिक, जर्मनविंग्स हादसे का रहस्योद्घाटन होने के बाद लुफ्थांसा समूह, एयर बर्लिन, कोनडोर, ट्यूफ्लाई, नार्वेजियन एयर, ईजीजेट, एयर कनाडा और आइसलैंडएयर जैसी कई वैश्विक विमानन कंपनियों ने सख्त कॉकपिट नियमों पर पहले ही सहमति दे चुकी है, जिसके तहत चालक दल के दो सदस्य कॉकपिट में हमेशा मौजूद रहेंगे।
पिछले साल मई में एयर न्यूजीलैंड भी आसमान में इस तरह के खौफ का मंजर देख चुकी है, जब पर्थ से ऑकलैंड जा रहे विमान में मौजूद सह-पायलट को दो मिनट के लिए कॉकपिट से बाहर बंद कर दिया गया था।
कॉकपिट में मौजूद पायलट ने दरवाजा खोलने के अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। आखिरकार, सह-पायलट ने कॉकपिट में प्रवेश करने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग का सहारा लिया, विमानन कंपनी ने सुरक्षा कारणों की वजह से इस वैकल्पिक तरीके की जानकारी नहीं दी।