जम्मू, 20 मार्च (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद पहले आतंकवादी हमले में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और एक नागरिक की जान चली गई। एक पुलिस थाने पर शुक्रवार सुबह हुए इस हमले में सुरक्षाकर्मियों ने दो आतंकवादियों को भी मार गिराया।
सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच सात घंटे तक मुठभेड़ चली। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कठुआ जिले के राजबाग पुलिस थाने में हुए इस हमले के लिए बाहरी तत्वों को जिम्मेदार ठहराया। यह स्थान पाकिस्तान की सीमा से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
उन्होंने कहा, “यह हमला बाहरी तत्वों द्वारा अंजान दिया गया है जो राज्य में शांति और अफस्पा (सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम) हटाने के खिलाफ हैं। यह ऐसा समय है जब पाकिस्तान को एहसास होना चाहिए वह भी इन तत्वों से जूझ रहा है।”
सेना की वर्दी में आए आतंकवादी स्वचालित हथियारों और हथगोलों से लैस थे। उन्होंने मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मी की हत्या कर दी और फिर थाना परिसर के अंदर घुस गए। इससे पहले कठुआ जिले में 2013 में भी इसी प्रकार का एक हमला हो चुका है।
सुबह छह बजे के करीब उन्होंने गोलीबारी शुरू कर सबको अचंभे में डाल दिया। थाना परिसर में घुसने के बाद उन्होंने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक इमारत में गोलीबारी की। इस गोलीबारी में सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए।
एक अन्य नागरिक की मौत हो गई। हमले में 10 अन्य लोग घायल हुए हैं, इनमें अधिकांश सुरक्षाकर्मी थे। सभी घायलों को अस्पताल के लिए रवाना कर दिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक दानिश राणा ने दो आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है, हालांकि अभी तक उनके नागरिकता के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। एक खुफिया अधिकारी ने बताया कि आशंका है कि वे पाकिस्तान से सीमा पार कर कश्मीर आए होंगे।
पुलिस, अर्धसैनिक बल और सैनिकों को घटनास्थल पर फौरन भेजा गया, लेकिन सीआरपीएफ के कई कर्मियों के इमारत में फंसे होने के कारण उन्हें सावधानी बरतनी पड़ी।
सुरक्षाबलों के सुरक्षा घेरे के बीच फंसे हुए जवान बाहर निकलने में सफल रहे।
अपराह्न करीब 1.30 बजे मुठभेड़ समाप्त हुई। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और इमारत को खाली कराया गया।
इमारत में अन्य आतंकवादी छुपे हैं या नहीं सुनिश्चित करने के लिए इमारत की तलाशी ली गई।
जैसे ही पुलिस और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया था।
कठुआ जिले के सभी स्कूलों को तत्काल बंद करने का आदेश दे दिया गया। जिले में पूर्व निर्धारित परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के गठबंधन द्वारा एक मार्च को सरकार बनाने के बाद राज्य में यह पहला आतंकवादी हमला है।
लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हम आतंकवादी हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों और नागरिक के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।”
कठुआ जिले में इससे पहले 26 सितंबर, 2013 को हीरानगर पुलिस स्टेशन पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई थी। बाद में आतंकवादी जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेना के एक शिविर में घुस गए थे।