नई दिल्ली, 28 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन धन योजना कार्यक्रम में सहयोग के लिए 20 से अधिक भारतीय, अमेरिकी तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय निजी क्षेत्र के संगठनों ने यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवेलपमेंट (यूएसएआईडी) के साथ हाथ मिलाया है।
यूएसएआईडी की ओर से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि यह पहल भारत के नागरिकों की वित्तीय सेवाओं तक पहुंच और डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने की दिशा में भारत की मदद के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
बयान के मुताबिक, “वैश्विक अर्थव्यवस्था मंच के सहयोग और भारत सरकार के साथ विचार-विमर्श के बाद ये भागीदार भारतीय उपभोक्ताओं और कारोबारों की क्षमता को बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से एक सार्वजनिक-निजी साझेदारी की स्थापना करेंगे।”
ये शुरुआती साझेदार संगठनों की छह श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें तेजी से बढ़ रही उपभोक्ता वस्तु कंपनियां, बैंक, भुगतान नेटवर्क, मोबाइल नेटवर्क संचालक, ई-वाणिज्य और ऐक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, कोका कोला, आईटीसी, मास्टरकार्ड, स्नैपडील आदि कंपनियों सहित अग्रणी सामाजिक संस्थाएं शामिल हैं।
बयान में कहा गया है, “यूएसएआईडी भारत में वित्तीय समावेशन को एक चिरस्थाई और सतत वास्तविकता बनाने के लिए प्रत्येक कंपनियों के साथ काम करने को लेकर आश्वस्त है। “
जन धन अभियान के तहत 11 करोड़ से अधिक लोगों ने बैंक खाते खोले गए हैं, जहां उन्हें अर्थव्यवस्था में साझेदार बनने के लिए डेबिट कार्ड और अन्य वित्तीय उपकरण उपलब्ध होंगे।
बयान के मुताबिक “इन प्रयासों से हमने विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचा है और एक समावेशी अर्थव्यवस्था के निर्माण में भारत के वैश्विक नेतृत्व को दिखाया है।”