नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। नए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्राप्त प्रचंड जनादेश दिखाता है कि लोगों ने सुरक्षा मुद्दों पर केंद्रित सरकार की विदेश नीति को जारी रखने के लिए भी वोट दिया है।
अनंत सेंटर और इंडस्ट्री चैंबर सीआईआई के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित सातवें ग्रोथनेट वार्षिक सम्मेलन में उद्योग क्षेत्र के अग्रणी लोगों से संवाद करते हुए जयशंकर ने कहा कि वैश्वीकरण के संदर्भ में अर्थव्यवस्था और राजनीति के बीच रेखा काफी पतली हो गई है।
जयशंकर ने कहा, “जनादेश सरकार द्वारा सुरक्षा मुद्दों को दिए गए महत्व और विदेश नीति में निरंतरता को बनाए रखने के लिए भी वोट है।”
उन्होंने कहा, “वैश्वीकरण अब दबाव में है..इसलिए अर्थव्यवस्था और राजनीति के बीच रेखा काफी पतली हो गई है। लेकिन इस स्थिति में भी, हमें काम करना होगा।”
मंत्री ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश ने हमेशा विदेश नीति में स्वतंत्र मार्ग अपनाया है।
उन्होंने कहा, “अब कई व्यापार व्यवस्थाएं और वास्तविकताएं हैं- मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए), द्विपक्षीय और यहां तक कि असंगठित व्यापार संबंध हैं- हमें इन सभी के साथ काम करना है।”