ज्ञात हो कि 25 मई को जीरम घाटी के नक्सली हमले का नेतृत्व सुरेंद्र ने किया था। इस हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, पूर्व गृहमंत्री नंद कुमार पटेल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा, विधायक उदय मुदलियार सहित 30 लोग मारे गए थे।
नक्सली कमांडर देवा ने नंदकुमार पटेल एवं उनके पुत्र को गोली मारी थी, यह दावा मामले की जांच कर रही एनआईए के समक्ष बिलासपुर उच्च न्यायालय में अभी तक यह रहस्य ही बना है कि नक्सलियों ने पूर्व गृहमंत्री, प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंद कुमार पटेल तथा उनके पुत्र दिनेश पटेल का पहले अपहरण किया, फिर उन्हें कहीं ले जाकर गोली मारी, जबकि महेंद्र कर्मा को सबके सामने गोली मारी थी।
जगदलपुर के कमिश्नर कार्यालय में स्थित विशेष न्यायिक जांच आयोग के समक्ष जीरम घाटी मामले में पुलिस का पक्ष वरिष्ठ आईपीएस दीपांशु काबरा ने रखा। एनआईए की ओर से प्रस्तुत चार्जशीट के अनुसार, जीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सली हमले का नेतृत्व सुरेंद्र, जयलाल ने किया था तो नंद कुमार पटेल को देवा नामक नक्सली कमांडर ने गोली मारी थी।
जगदलपुर के एडिशनल एसपी विजय पांडे के अनुसार, पुलिस ने 3 खूंखार नक्सली दरभा घाटी डिवीजन के कमांडर सुरेंद्र, सोनाझर तथा विनोद की फोटो क्रमश: 10 लाख तथा 8-8 लाख की जानकारी सहित उन क्षेत्रों में चस्पा की है, जहां इन नक्सलियों की सक्रियता रहती है। सुरेंद्र ने जीरम घाटी नक्सली हमले का नेतृत्व किया था।
उन्होंने कहा कि सोनाझर तथा विनोद की भी कई नक्सली वारदात में तलाश है। जीरम घाटी नक्सली हमले में शामिल जयलाल और देवा की फोटो लोगों को दिखाकर पहचान की पुष्टि का प्रयास किया जा रहा है, इनकी फोटो भी जल्द ही सार्वजनिक कर दी जाएगी।