रायपुर: राजधानी रायपुर के एक पत्रकार को बुधवार को कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ आलोचनात्मक राजनीतिक व्यंग्य लिखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, Indiawriters.co.in और इसकी मैगज़ीन के संपादक नीलेश शर्मा के खिलाफ कांग्रेस नेता खिलावन निषाद ने रायपुर साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
निषाद का आरोप है कि शर्मा ‘घुरवा की माटी’ नामक अपने कॉलम में जिन काल्पनिक पात्रों का जिक्र करते हैं वे कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों से मिलते-जुलते हैं.
उन्होंने यह भी दावा किया कि पत्रकार ने अपने कॉलम में अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल किया और मंत्रियों के बीच मतभेद पैदा किए.
गौरतलब है कि 2018 में सरकार बनाने के बाद कांग्रेस ने वादा किया था कि पत्रकारों को उत्पीड़न से बचाने के लिए क़ानून लाया जाएगा. पिछले साल इस संबंध में एक विधेयक भी सामने आया था.
बहरहाल, शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 505, 505(1) और 505(2) के तहत अफवाह फैलाने, द्वेष और नफरत फैलाने व अशांति पैदा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमने प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कर ली है क्योंकि शर्मा आधारहीन लेख लिखकर गलत जानकारी और अफवाह फैला रहे थे.’
राज्य में मीडिया से जुड़े लोगों ने गिरफ्तरी को राज्य सरकार के खिलाफ असहमति के स्वरों को दबाने की कोशिश करार दिया है.
पुलिस में दर्ज शिकायत में शर्मा पर दक्षिणपंथी होने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार के आलोचना में भी समान व्यवहार के लेख लिखे थे.
वहीं, एक अलग मामले में रायपुर में ही एक भाजपा नेता ने एक पत्रकार के साथ मारपीट की. भाजपा के दुर्ग जिला पंचायत के सदस्य मोनू साहू को अगले ही गिरफ्तार करके 15 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया.
एफआईआर के मुताबिक, साहू ने पत्रकार धीरेंद्र गिरि के साथ निजी दुश्मनी के चलते मारपीट की थी.