रायपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में दो पत्रकारों की गिरफ्तारी को ‘दुर्भावना से प्रेरित’ बताते हुए जिले के पत्रकारों ने पुलिस और नक्सलियों से संबंधित खबर प्रकाशित नहीं करने का निर्णय लिया है।
पत्रकारों ने यह भी कहा है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिलकर सार्थक पहल के लिए चर्चा की जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
जिले के बारसूर और गीदम निवासी पत्रकार प्रभात सिंह और दीपक जायसवाल को पुलिस ने परीक्षा केंद्र में जबरन घुसकर फोटोग्राफी और खबर प्रकाशित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उनकी जमानत अर्जी न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर पत्रकारों में आक्रोश है।
लगातार दो दिनों तक जिले के पत्रकारों ने बैठक और विचार-विमर्श कर जिले से जुड़ी नक्सली घटना और पुलिस विज्ञप्ति, प्रेस कान्फ्रें स वगैरह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
पत्रकारों का कहना है कि प्रभात सिंह और दीपक जायसवाल ने पिछले साल परीक्षा केंद्र की अनियमितता को उजागर करते हुए समाचार प्रकाशित किया था। तब केंद्राध्यक्ष ने दोनों पत्रकारों के खिलाफ बिना अनुमति और जबरन परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर छात्राओं की फोटोग्राफी और डराने-धमकाने की शिकायत दर्ज कराया था। तब पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई और दुर्भावनावश एक साल बाद दोनों पत्रकारों को गिरफ्तार किया है।
बैठक में पत्रकार बप्पी राय, विनोद सिंह, शाहुल हमीद, सलीम उस्मानी, पुष्पा रोकड़े, अंबु शर्मा, शैलेंद्र ठाकुर, संतोष चौहान, पुष्पेंद्र सिंह, रितेश यादव, गजानंद ठाकुर, वेदप्रकाश संगम सहित कई बुद्धिजीवी मौजूद थे।