रायपुर/जगदलपुर, 21 जून (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बस्तर स्थित तीरथगढ़ जलप्रपात (वाटरफॉल) में फंसे चार पर्यटकों व दो पुजारियों को रविवार की सुबह 18 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन कर सुरक्षित निकाला गया।
वाटरफॉल के निचले हिस्से में अचानक शनिवार शाम बारिश के दौरान आए पानी के तेज बहाव के कारण ये फंस गए थे। रेस्कयू ऑपरेशन चला कर पुलिस ने इन्हें निकाला।
रेस्क्यू ऑपरेशन रात में ही शुरू किया गया, लेकिन तेज बारिश के कारण उसे सुबह तक के लिए रोकना पड़ा। सभी ने भूख लगने पर मंदिर में ही नारियल खाकर रात गुजारी। आखिरकार रविवार सुबह फिर ऑपरेशन शुरू हुआ और फंसे हुए सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
एएसपी विजय पांडे ने बताया कि बैंक के अधिकारी विकास शर्मा झारखंड से आए अपने रिश्तेदारों के साथ जलप्रपात देखने गए थे। इस दौरान स्थानीय पुजारियों के साथ वे झरने के उस पार स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गए थे। इस बीच वहां तेज बारिश शुरू हो गई और सभी मंदिर में ही रुक गए। देखते ही देखते झरने में पानी का बहाव काफी तेज हो गया।
जब तक वे बाहर निकलते पानी काफी बढ़ गया। छह लोगों के एक साथ नीचे फंसे होने की खबर तेजी से फैली और पुलिस को जानकारी मिली। दरभा थाना की टीम मौके पर पहुंची। इसके अलावा संभाग मुख्यालय से भी एडीशनल एसपी के नेतृत्व में एक रेस्क्यू टीम तीरथगढ़ पहुंच गई।
बस्तर के ज्यादातर इलाकों में पिछले 24 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। नेशनल हाईवे समेत जिलों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें डूब गई हैं।
वहीं जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा समेत अधिकतर क्षेत्रों में 10-12 घंटे बिजली गुल रही। आगामी 24 घंटे तक भारी बारिश के आसार हैं। दक्षिण बस्तर के कोंटा में अब तक सबसे ज्यादा 210 मिमी बारिश हो चुकी है।