दरअसल, अब झारखंड के विधायकों को बढ़ा हुआ वेतन-भत्ता 1 लाख 20 हजार रुपये के आसपास मिलेंगे। वहीं छत्तीसगढ़ के विधायकों को वेतन-भत्ता के रूप में 53 हजार रुपये मासिक मिलते हैं।
छत्तीसगढ़ और झारखंड एक साथ ही पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आए थे। झारखंड की वित्तीय स्थिति छत्तीसगढ़ से अच्छी नहीं है, लेकिन इन नया राज्य बनने के बाद के 15 वर्षों में नौ बार झारखंड के विधायकों का वेतन बढ़ाया गया। हाल ही में विधायकों की वेतनवृद्धि के बाद प्रत्येक विधायक को अब प्रतिमाह 1 लाख 20 हजार रुपये मिलेंगे।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को प्रति माह वेतन भत्ते के रूप में 93 हजार मिलते हैं। उन्हें वेतन के रूप में 30 हजार रुपये, क्षेत्रीय भत्ता 27 हजार रुपये तथा दैनिक व प्रभार भत्ता 36 हजार रुपये मासिक मिलते हैं, जो कुल मिलाकर 93 हजार रुपये मासिक हुआ।
हाल ही में झारखंड के विधायकों के लिए स्वीकृत हुए वेतन भत्ते के अनुसार, उन्हें 30 हजार रुपये वेतन, 20 हजार रुपये क्षेत्रीय भत्ता, सत्कार भत्ता 15 हजार, चिकित्सा भत्ता 5 हजार रुपये, प्रभार भत्ता राज्य के भीतर 1500 रुपये और राज्य के बाहर 2000 रुपये मिलेंगे।
छत्तीसगढ़ में विधायकों को 10 हजार रुपये वेतन, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 25 हजार रुपये, चिकित्सा भत्ता 4,500 रुपये, दैनिक भत्ता 22,500 (750 रुपये प्रतिदिन), यानी कुल मिलाकर 53 हजार रुपये मासिक वेतन भत्ता मिलता है।