छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं की परीक्षा में इन विद्यालयों के 727 बच्चे शामिल हुए थे। इनमें से 646 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में और 76 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं।
प्रयास विद्यालयों का संचालन राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी सहित दुर्ग, जगदलपुर, बिलासपुर और सरगुजा (अम्बिकापुर) जिलों में किया जा रहा है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, इन विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में इस वर्ष 90 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा परिणाम लगभग शत-प्रतिशत रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और स्कूल शिक्षामंत्री केदार कश्यप ने प्रयास विद्यालयों के बच्चों के इस शानदार प्रदर्शन पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
बयान के अनुसार, प्रयास आवासीय विद्यालय जगदलपुर के 123 विद्यार्थियों में से 109 ने प्रथम श्रेणी और 14 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी, प्रयास आवासीय विद्यालय अंबिकापुर के 120 विद्यार्थियों में से 115 ने प्रथम श्रेणी और पांच ने द्वितीय श्रेणी हासिल की है।
बिलासपुर के 109 विद्यार्थियों में से 84 ने प्रथम और 25 ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। दुर्ग के 116 विद्यार्थियों में से 115 को प्रथम श्रेणी और एक विद्यार्थी को द्वितीय श्रेणी में सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 12वीं बोर्ड की परीक्षा में कन्या प्रयास आवासीय विद्यालय रायपुर की 88 बालिकाओं में से 80 ने प्रथम और आठ ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त किया है।
बयान के अनुसार, बालक प्रयास आवासीय विद्यालय रायपुर के 169 विद्यार्थियों में से 143 ने प्रथम और 23 ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सबसे पहले वर्ष 2010 में राजधानी रायपुर में प्रयास आवासीय विद्यालय का शुभारंभ किया था। इस विद्यालय में नक्सल पीड़ित जनजाति बहुल जिलों के ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा देकर उन्हें बोर्ड परीक्षा के साथ पीएमटीए पीईटी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाती है।
इसके लिए उन्हें विशेष कोचिंग देने की व्यवस्था की गई है। राजधानी के गुढ़ियारी स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय परिसर में बालिकाओं के लिए भी अलग से प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
इसके अलावा जगदलपुर, बिलासपुर, दुर्ग और अम्बिकापुर में सह-शिक्षा आधारित प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं।