पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शहीद आरक्षक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
एसपी ने कहा कि शनिवार 5 मई रात 11 बजे की वारदात है। नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने डीआरजी आरक्षक गणेश्वर सिंह (39) निवासी ग्राम बम्हनी जिला राजनांदगांव को गोली मार दी। आरक्षक की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरिया में मौत हो गई। हमला करने वाले 3 नक्सली सादे कपड़ों में आए थे।
उन्होंने कहा कि गणेश्वर उईके ने 20 मई 2011 को जिला पुलिस राजनांदगांव के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। 1 मार्च 2016 को इन्हें आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई थी। गणेश्वर उईके उर्फ रवि अपने चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए अवकाश पर था।
इस दौरान यह घटना हुई। इस घटना के दौरान बृजभान मंडावी भी आरक्षक के साथ था। बृजभान लड़की पक्ष के तरफ से शादी में शामिल था। इसके हाथ में गोली लगी है। इलाज राजनांदगांव जिला अस्पताल में चल रहा है, वह खतरे से बाहर है।