मुंबई, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) भले ही लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है लेकिन पार्टी प्रमुख राज ठाकरे महाराष्ट्र में भाजपा और उसके सहयोगी दल शिवसेना के खिलाफ जोरदार प्रचार अभियान में भाग ले रहे हैं।
मुंबई, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) भले ही लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है लेकिन पार्टी प्रमुख राज ठाकरे महाराष्ट्र में भाजपा और उसके सहयोगी दल शिवसेना के खिलाफ जोरदार प्रचार अभियान में भाग ले रहे हैं।
अब तक उन्होंने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में दर्जनों रैलियों के माध्यम से मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा है।
विपक्षी कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को परोक्ष रूप से फायदा पहुंचाते हुए अपने अभियान में ठाकरे ने सभाओं में ऑडियो-वीडियो से संदेश देने का अनोखा प्रयोग किया है। इसके साथ उनके जोरदार भाषण होते हैं जिसे सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।
एमएनएस के प्रवक्ता नितिन सरदेसाई ने आईएएनएस को कहा, “हमें जो प्रतिक्रिया मिल रही है, वह जबरदस्त है। दूसरे राज्यों में भी लोग चाहते हैं कि राज साहब ऐसी रैलियों का आयोजन करें। सामग्री में कोई नई बात नहीं है, लेकिन हम चीजों को सही परिप्रेक्ष्य में रख रहे हैं जो जनता तक पहुंच रहा है।”
इस बीच, राज ठाकरे की रैलियों के वीडियो का अब विभिन्न भाषाओं में अनुवाद भी किया जा रहा है।
2006 में अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के साथ मतभेदों के बाद राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़कर मनसे का गठन किया था।
2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने महाराष्ट्र में नौ उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनमें से कोई भी नहीं जीत पाया था।
2009 में मनसे को कुल वोटों का 4.6 प्रतिशत मत ही हासिल हुआ था।
राज के प्रचार अभियान पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनकी तुलना ‘किसी शादी में बिन बुलाए नाचने वाले महमान’ से की है।
भाजपा की राज्य प्रवक्ता शाइना एन.सी. ने राज की रैलियों को महत्वहीन करार दिया। उन्होंने कहा, “ऑडियो-वीडियो की प्रमाणिकता की जांच जरूरी है। याद रखें कि यह वही राज ठाकरे हैं जिन्होंने कभी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। ऐसे में उनकी विश्वसनीयता संदिग्ध है।”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक ने राज ठाकरे की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “देखिए, वह सरकार, भाजपा और पीएम मोदी के झूठ का पर्दाफाश कर रहे हैं। यह अच्छा है और इसका वे सभी लोग स्वागत करेंगे जो सार्वजनिक जीवन में सच और ईमानदारी चाहते हैं।”