नई दिल्ली, 18 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली 7 फरवरी को होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में नहीं उतरेंगे। चुनाव में खुद न उतरकर वह चुनाव की देखरेख करते रहेंगे। उन्होंने इस आशय की घोषणा रविवार को की।
लवली ने प्रचार समिति के प्रमुख अजय माकन से मतभेद के कारण चुनाव से हटने की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के दिल्ली मामलों के प्रभारी पी.सी. चाको ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, “पार्टी ने गांधीनगर सीट से उम्मीदवार लवली से अनुरोध किया कि वह उम्मीदवारी वापस ले लें और पार्टी की चुनावी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करें।”
उन्होंने कहा, “इस चुनाव को संगठित तरीके संचालित के लिए प्रदेश कांग्रेस समिति स्तर पर ठोस नेतृत्व की जरूरत महसूस करने के कारण ही लवली को चुनाव मैदान से हटने का आग्रह करने का कारण है। यह पार्टी का फैसला है और जमीनी स्तर पर पार्टी को संगठित करना है।”
लवली का नाम कांग्रेस की पहली सूची में ही शामिल था। शीला सरकार में पूर्व मंत्री रहे लवली कांग्रेस के उन आठ उम्मीदवारों में शामिल थे, जिन्होंने दिसंबर 2013 के चुनाव में जीत दर्ज कराई थी।
लवली ने पार्टी नेता अजय माकन के साथ मतभेद की अफवाहों का खंडन किया।
माकन को विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रमुख बनाए जाने पर लवली ने कहा कि पार्टी द्वारा उन्हें सौंपी गई संगठनात्मक भूमिका से वह खुश हैं।
चुनाव की देखरेख की जिम्मेवारी देखने और मैदान से हटने का अनुरोध किए जाने के बारे में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “इसमें खफा होने वाली कोई बात नहीं है। अजय माकन को मेरी ही सिफारिश पर चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया है।”
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं बहुत आभारी हूं कि मेरी पार्टी को लगता है कि मैं दिल्ली चुनाव संभाल लूंगा। कांग्रेस लवली से बहुत बड़ी है और हमें सिर्फ गांधी नगर नहीं, पूरी दिल्ली जीतनी है।”
लवली ने कहा कि दिल्ली में पार्टी का नेतृत्व एकजुट है, साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि गांधीनगर विधानसभा के मतदाता उनकी पार्टी के प्रतिनिधि को मत देंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।