बीजिंग, 10 अगस्त – गत शुक्रवार को कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, निबंधकार, नाटककार और चित्रकार रहे रबींद्रनाथ टैगोर की 79वीं पुणयतिथि थी। उनकी पुणयतिथि पर उनके जीवन की उपलब्धियों के बारे में हर जगह बात हो रही है। और हो भी क्यों न क्योंकि रबींद्रनाथ टैगोर का पूरा ही जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है। चीन स्थित भारतीय दूतावास में रबींद्रनाथ टैगोर की 79वीं पुणयतिथि मनायी गई। इस उपल्क्षय में भारतीय दूतावास के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र ने एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जिसमें चीन के लिए टैगोर की आत्मीयता झलक रही थी। इस डॉक्यूमेंट्री को भारत और चीन से टैगोर के प्रंशसकों के योगदान के साथ भारतीय दूतावास ने बनाया था।
इस डॉक्यूमेंट्री के बाद भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम का प्रदर्शन हुआ जिसे जानी-मानी चीनी नर्तकी चिंग शानशान ने अपने शिष्यों के साथ किया। इस नृत्य के साथ रबींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि दी गई। इस खास पुणयतिथि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चीनी लोग भारतीय दूतावास में उपस्थित हुए, और रबींद्रनाथ टैगोर को स्मरण किया।
भारत के प्रसिद्ध लेखक और कवि रबींद्रनाथ टैगोर को चीन में हमेशा याद किया जाता है। उनका व्यक्तित्व ऐसा भव्य और आकर्षक था कि किसी को भी आकर्षित कर ले। रबींद्रनाथ टैगोर वाकई अपनी प्रतिभा में बेजोड़ थे।