चीन की मुद्रा युआन विदेशी मुद्राओं के बास्केट के मुकाबले सामान्यत: स्थिर रही है, लेकिन डॉलर में कमजोरी आने से युआन में मजबूती आ गई है। जिन निवेशकों ने युआन में कमजोरी पर सट्टा लगाया था, उन्हें नुकसान हुआ है।
इस दौरान युआन और चीन की अर्थव्यवस्था में कमजोरी का अनुमान जाहिर करने वाले कुछ प्रतिष्ठित निवेश गुरु अब मौन हैं।
जिन निवेशकों ने चीन में कमजोरी की संभावना के मुताबिक निवेश किया था, वे अब इन निवेश गुरुओं द्वारा भ्रमित किए जाने की बात कह रहे हैं।
इस स्थिति में यह सबक छुपा हुआ है कि निवेशकों को चीन की अर्थव्यवस्था की बुनियाद पर गौर करना चाहिए और खुद थोड़ी खोज-बीन करनी चाहिए।
यह अब पता चल गया है कि गिरावट का अनुमान जारी करना इसलिए भी सच हो जाता है, क्योंकि भेड़चाल के तहत बाजार में बिकवाली शुरू हो जाती है।
ऐसा हाल में हुआ है। यह एक तरह से तनाव परीक्षा जैसा है। सौभाग्य से इस परीक्षा में चीन पास हुआ है।