चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार को यहां चौथे एनएसएस से अलग मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों देशों ने परमाणु आतंकवाद के खतरे को कम कर शांतिपूर्ण और स्थाई अंतर्राष्ट्रीय वातावरण के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की गई। इसके लिए साझा लाभ और सभी की सुरक्षा हेतु अधिक समावेशी, समन्वित, स्थाई और तीव्र वैश्विक परमाणु सुरक्षा की जरूरत पर बल देने की बात हुई।
संयुक्त बयान के मुताबिक, “हमारी वार्षिक आधार पर संवाद जारी रखने की योजना है, ताकि परमाणु आतंकवाद को रोकने और परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए अपना सहयोग जारी रखेंगे।”
दोनों पक्षों के बीच मिनिएचर न्यूट्रॉन सोर्स रिएक्टर्स (एमएनएसआर) को उच्च संवर्धित यूरेनियम ईंधन से निम्न संवर्धित यूरेनियम ईंधन में तब्दील करने पर सहमति बनी।
संयुक्त बयान के मुताबिक, चीन विभिन्न देशों के आग्रह के बाद अपने बाकी बचे सभी स्वदेशी एनएनएसआर को रूपांतरित करने के लिए तैयार है।
चीन और अमेरिका ने रेडियोधर्मी तत्वों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों के बीच लाभप्रद सहयोग पर संतुष्टि जाहिर की।
गौरतलब है कि ओबामा ने वर्ष 2010 में एनएसएस की शुरुआत की थी। इसका आयोजन प्रतिवर्ष दो बार किया जाता है, जिसमें परमाणु आतंकवाद के खतरे पर चर्चा और इसके समाधान पर विभिन्न देश विचार-विमर्श करते हैं।