चण्डीगढ़, 8 मार्च (आईएएनएस)। चण्डीगढ़ के प्रसिद्ध संडे कार बाजार को पिछले तीन दशक से कारोबार के लिए कोई स्थायी ठिकाना नहीं मिल पाया है।
चण्डीगढ़, 8 मार्च (आईएएनएस)। चण्डीगढ़ के प्रसिद्ध संडे कार बाजार को पिछले तीन दशक से कारोबार के लिए कोई स्थायी ठिकाना नहीं मिल पाया है।
यह बाजार मध्य मार्ग पर सेक्टर-7 बाजार के पार्किं ग में लगता है। नगर निगम इस स्थान को संडे कार बाजार के लिए नीलाम करना चाहता है, जिसका संडे कार बाजार के डीलर विरोध कर रहे हैं।
कार डीलरों का कहना है कि चण्डीगढ़ प्रशासन जब तक उन्हें बाजार के लिए कोई स्थायी जगह आवंटित नहीं करता, वे इस तरह की नीलामी न तो होने देंगे और न ही उसमें शामिल होंगे।
संडे कार बाजार में लगभग 1,000 विभिन्न मॉडलों की कारें उपलब्ध रहती हैं और इसके 43 डीलर हर सप्ताह 100 से अधिक कारें बेच लेते हैं। इसे उत्तर भारत का सबसे बड़ा सेकैंड हैंड कारों का बाजार माना जाता है।
संडे कार बाजार में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चण्डीगढ़ तथा आसपास के बिक्रेता और खरीदार हिस्सा लेते हैं।
बाजार सिर्फ रविवार को लगता है और शेष कार्यदिवसों पर यह स्थान आसपास के कार्यालयों तथा बाजार आने वालों के लिए पार्किं ग के रूप में काम करता है।
कार बाजार डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलशन कुमार ने आईएएनएस से कहा, “अधिकारी हमें कोई स्थायी जगह आवंटित करें, अन्यथा हम यहीं से अपना कारोबार संचालित करेंगे।”
उन्होंने कहा, “व्यापारियों ने कठिन मेहनत कर यह बाजार स्थापित किया है, जो उत्तर भारत को सबसे व्यस्त बाजार बन गया है। अब नगर निगम अधिकारी व्यापारियों को हटा देना चाहते हैं। यह अनुचित और निष्ठुर तरीका है।”
निगम की सोच हालांकि इससे अलग है।
निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “नीलामी से चूंकि डीलरों का मुनाफा कम हो जाएगा, इसलिए वे हल्ला-गुल्ला मचा रहे हैं। वे इतने साल से सार्वजनिक स्थान का मुफ्त उपयोग कर रहे थे। कुछ साल पहले ही उनपर शुल्क लगाया गया है। उन्हें अब नीलामी में स्थान खरीदना चाहिए।”
अधिकारियों ने करीब एक दशक पहले कार बाजार के डीलरों पर इस स्थान का वाणिज्यिक इस्तेमाल करने पर शुल्क लगाया था। ये डीलर अब निगम को वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए सालाना कुल 60 लाख रुपये का भुगतान करते हैं।
यहां स्थित बाजार के शोरूम मालिकों ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका लगाई थी कि संडे कार बाजार की जगह बदल दी जाए, क्योंकि इससे उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है।
2009 में चण्डीगढ़ प्रशासन ने संडे कार बाजार को स्थानांतरित करने के लिए हल्लोमाजरा क्षेत्र में पांच एकड़ भूखंड चिह्न्ति किया था। अधिकतर डीलरों ने वहां जाने से यह कहकर इंकार कर दिया कि इससे उनका कारोबार प्रभावित होगा।