रायपुर, 4 मई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में सूर्यदेव इन दिनों एकदम आक्रामक मुद्रा में नजर आ रहे हैं। धूप की तपिश ने लोगों को बेचैन कर दिया है। इंसान तो इंसान, पशु-पक्षियों की भी बेचैनी बढ़ा दी है। ऐसे में यदि कोई शख्स पानी की बहुत सारी बोतलें अपनी साइकिल में लादे आपके सामने हाजिर हो जाए तो आपको कितना सुखद लेगा! यह शख्स चंपूलाल है जो सैकड़ों लोगों की प्यास बुझा रहा है।
रायपुर, 4 मई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में सूर्यदेव इन दिनों एकदम आक्रामक मुद्रा में नजर आ रहे हैं। धूप की तपिश ने लोगों को बेचैन कर दिया है। इंसान तो इंसान, पशु-पक्षियों की भी बेचैनी बढ़ा दी है। ऐसे में यदि कोई शख्स पानी की बहुत सारी बोतलें अपनी साइकिल में लादे आपके सामने हाजिर हो जाए तो आपको कितना सुखद लेगा! यह शख्स चंपूलाल है जो सैकड़ों लोगों की प्यास बुझा रहा है।
छत्तीसगढ़ के त्रिवेणी संगम किनारे बसे नवापारा-राजिम में कसेर पारा निवासी चंपूलाल कंसारी इन दिनों भरी गर्मी में घूम-घूम कर लोगों को पानी पिलाने का पुण्य कार्य कर रहे हैं। वह भी पूरे नि:स्वार्थ भाव से। कहते हैं कि प्यासे कंठ को ठंडा पानी मिल जाए तो उसकी आत्मा तृप्त हो जाती है। पूरे इलाके में राह चलते हुए राहगीर, कुली, रेजा, हमाल चंपूलाल कंसारी का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।
चंपूलाल कहते हैं कि यह एक ऐसी सेवा है, जिसमें धन लगाने की कोई जरूरत नहीं पड़ती। पानी तो प्रकृति की अनमोल धरोहर है, तभी तो जल को जल ही जीवन कहा गया है।
उन्होंने कहा, “मेरी दिली इच्छा है कि मेरे इस पुनीत कार्य का मूल्यांकन हो और लिम्का बुक में मेरा नाम दर्ज हो जाए।”
पिछले दिनों चंपूलाल ने विधानसभा परिसर में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात कर उन्हें ठंडे पानी की बोतल भेंट की। मुख्यमंत्री ने यह अनूठी भेंट स्वीकार ली और चंपूलाल को धन्यवाद देते हुए उनके इस पुण्य कार्य की प्रशंसा की।