नई दिल्ली:चंद्रमा पर चंद्रयान-3 भेजने के बाद, इसरो कुछ और भी आश्चर्यजनक करने की योजना बना रहा है! वे गगनयान नामक मिशन पर तीन लोगों को अंतरिक्ष में भेजना चाहते हैं। यह वास्तव में एक बड़े साहसिक कार्य है जहां इन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष के बारे में जानने और सीखने का मौका मिलेगा। यह भारत के लिए बेहद खास और अहम पल होगा।
भारत गगनयान नामक एक विशेष मिशन की योजना बना रहा है। यह पहली बार होगा जब भारत स्वयं से भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जाएंगे। तीन अंतरिक्ष यात्रियों की एक टीम होगी जो अंतरिक्ष में तीन दिन बिताएगी और फिर सुरक्षित भारत वापस आ जाएगी। यह भारत के लिए एक बहुत ही रोमांचक मिशन है!
यह प्रोजेक्ट भारत के लिए वाकई खास है क्योंकि यह पहली बार होगा जब भारत अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण मिशन के लिए भारतीय वायु सेना के चार कुशल पायलटों को चुना है। उनकी ट्रेनिंग भी लगभग ख़त्म हो चुकी है। रूस में जाकर उन्होंने इससे संबंधित सारी ट्रेनिंग प्राप्त कर ली है । जहां पर उन्होंने यूरी ए. गागरिन स्टेट साइंटिफिक रिसर्च एंड टेस्टिंग कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में अपनी ट्रेनिंग पूरी करी। फिर, वह भारत आये और अपना बाकी प्रशिक्षण यहीं पूरा किया। रूस द्वारा अंतरिक्ष यात्रियों को यह भी सिखाया गया कि विभिन्न प्रकार के मौसम और स्थानों में सुरक्षित रूप से कैसे लैंड करना है।