पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि फ्रैंकोइस ने अपने प्रेमी, एक स्थानीय पुलिसकर्मी सर्जियो गोम्स मोरियेरा फिल्हो और उसके भाई एडवडरे डी मेलो की मदद से राजदूत की हत्या करवा दी।
उन्होंने राजदूत की हत्या का जुर्म कबूल लिया है और उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
जांचकर्ताओं ने कहा कि मेलो ने कबूल कर लिया है कि राजदूत की पत्नी ने हत्या में मदद करने के लिए उन्हें 24,400 डॉलर की राशि का प्रस्ताव दिया था।
हालांकि फिल्हो ने हत्या में फ्रैंकोइस के शामिल होने की बात से इंकार किया है, लेकिन पुलिस ने उसके शामिल होने की पुष्टि की है।
राजदूत सोमवार तक जीवित थे, लेकिन उनकी पत्नी ने बुधवार को उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गुरुवार को उनकी किराए पर ली गई कार जली हुई हालत में बरामद हुई थी, जिसमें एक शव भी था।
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि जला हुआ शव अमिरिदिस का था।
पुलिस के मुताबिक, अमिरिदिस की हत्या रियो डि जनेरियो में इग्वाकु में उनके घर में की गई थी। जांचकर्ताओं को कथित तौर पर घर में एक सोफे पर खून के धब्बे मिले थे।
फिल्हो ने कहा कि उसकी राजदूत के साथ हाथापाई हुई थी और उसके बाद उसने अमिरिदिस की बंदूक से उसकी हत्या कर दी।
पड़ोसियों के मुताबिक, उन्होंने गोली की कोई आवाज नहीं सुनी। पुलिस जांच कर रही है कि अमिरिदिस की हत्या गोली मारकर की गई या उन्हें चाकू से मारा गया।
फिल्हो ने शव को घर से ले जाकर ठिकाने लगाने के लिए अमिरिदिस की किराए की कार का इस्तेमाल किया था।
सुरक्षा के लिए लगाए गए कैमरों से सोमवार रात और मंगलवार तड़के फिल्हो और मेलो दोनों के राजदूत के घर में मौजूद होने की पुष्टि हुई है।
ब्राजीलियाई सरकार ने राजदूत की हत्या को लेकर शुक्रवार को ग्रीस को एक संदेश भेजकर शोक व्यक्त किया था।
अमिरिदिस 2016 से ब्राजील में ग्रीस के राजदूत थे। फ्रैंकोइस और कायरियाकोस अमिरिदिस 15 साल से साथ थे। उनकी एक 10 वर्षीय बेटी भी है।