न्यूयॉर्क, 29 जनवरी (आईएएनएस)। ग्रीन टी मुंह के कैंसर से लड़ने में कारगर हो सकता है। हाल में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाला एक यौगिक मुंह के कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है, जबकि यह सामान्य कोशिकाओं को क्षति नहीं पहुंचाता।
पेंसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के खाद्य वैज्ञानिकों के अनुसार, शोध के नतीजे मुंह के कैंसर और अन्य तरह के कैंसर के उपचार में मदद कर सकते हैं।
शुरुआती अध्ययन में पाया गया कि ग्रीन टी में पाए जाने वाला एपिगैलोकेटेचिन-3-गैलेट (ईजीसीजी) यौगिक सामान्य कोशिकाओं को क्षति पहुंचाएं बिना मुंह के कैंसर में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर प्लांट एंड मशरूम फुड्स फॉर हेल्थ के सह-निदेशक और खाद्य विज्ञान विषय के सहायक प्राध्यापक जोशुआ लैंबर्ट ने कहा, “लेकिन शोधकर्ता कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने की इसकी क्षमता की वजहों का पता नहीं लगा पाए।”
हालिया शोध से यह नतीजे सामने आए हैं कि ईजीसीजी माइटकॉन्ड्रिया (कोशिका पावरहाउस) में एक विनाशकारी विकास को शुरू करता है, जिससे कोशिकाओं की मौत हो जाती है।
इससे ऐसा लगता है कि ईजीसीजी कैंसर कोशिका में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का निर्माण करती है, जो माइटोकोन्ड्रिया को नष्ट कर देता है।
उन्होंने कहा कि ईजीसीजी से सामान्य कोशिकाओं पर ऐसा प्रभाव नहीं पड़ता।
यह शोध पत्र ‘मॉलेक्यूलर न्युट्रिशन एंड फूड रिसर्च’ पत्रिका में प्रकाशित हुई है।