पटना, 16 जनवरी (आईएएनएस)। सिखों के 10वें गुरु गोबिन्द सिंह के जन्मस्थान पटना के तख्त हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा में शनिवार को 349 वीं जयंती प्रकाशोत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह केवल सिखों के धर्मगुरु ही नहीं बल्कि बल्कि विश्व के महान लोकनायक और युग प्रवर्तक महापुरुष थे। उन्होंने कहा कि सिंह ने हमेशा अन्याय का विरोध किया।
इस मौके पर तख्त श्रीहरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारे को भव्य रूप से सजाया गया। प्रकाशोत्सव में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और नेपाल से काफी संख्या में श्रद्घालु आए हुए हैं।
पटना में तख्त हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित समारोह में राज्यपाल ने कहा कि गुरु गोबिन्द सिंह हमेशा अत्याचार के खिलाफ लड़ते रहे। उन्होने ‘खालसा पंथ’ की स्थापना कर, गुरुओं के उत्तराधिकारियों की परम्परा को समाप्त कर ‘गुरुग्रंथ साहेब जी’ को सिखों के लिए गुरु का प्रतीक बताया। उन्होंने सिख गुरुओं के सभी उपदेशों को ‘श्री गुरुग्रंथ साहेब’ में संग्रहित किया।
राज्यपाल ने कहा कि गुरु जी के बलिदान को भूलना आसान नहीं है। उनका बलिदान हमें आज भी सत्य और न्याय के लिए संघर्ष की प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम को सांसद एस़ एस़ अहलूवालिया एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरजिन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित किया।
राज्यपाल इसके पूर्व गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेका। राज्यपाल को समारोह में ‘सरोपा’ भेंट किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने एक पत्रिका का भी विमोचन किया।
प्रकाशोत्सव को लेकर क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कई जगहों पर पुलिस बलों को लगाया गया।