लखनऊ , 30 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि महात्मा गांधी के प्रति सच्ची श्रद्घांजलि उनके गुणों को आत्मसात करना है। हमें अपने आचरण में सुधार लाने की जरूरत है। यह संकल्प लेकर हम बापू की पुण्यतिथि पर उन्हें सच्ची श्रद्घांजलि अर्पित कर सकते हैं।
नाईक ने यह बातें शुक्रवार को राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा, “आज का दिन विश्व कुष्ठ निवारण दिवस है। गांधी जी सफाई को प्रमुखता देते थे और कुष्ठ पीड़ितों की सेवा करते थे। इसे ध्यान में रखकर भी हम इस ओर मुड़ सकते हैं और लोगों को प्रेरित कर सकते हैं।”
राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को याद करने का दिन है। स्वराज को सुराज में बदलने की जिम्मेदारी युवा व भावी पीढ़ी के कंधों पर है। महात्मा गांधी ने खादी, स्वदेशी, नमक सत्याग्रह एवं सफाई के माध्यम से जो रास्ता दिखाया था, वह आज भी प्रासंगिक है।
नाईक ने कहा कि उनके सुझाव पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुष्ठ पीड़ितों का निर्वहन भत्ता 2500 रुपये कर दिया है। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को यह निर्णय लिया जाता है तो काफी अच्छा होता।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में लगभग 10,000 कुष्ठ पीड़ितों के लिए 30 करोड़ रुपये के निर्वहन भत्ता का प्रावधान किया है। पूर्व में इनको विकलांग पेंशन की श्रेणी में रखा जाता था, जिन्हें महज 300 रुपये मासिक निर्वहन भत्ता मिलता था।
नाईक ने कहा कि विकलांग पेंशन उन्हीं कुष्ठ पीड़ितों को मिलती थी जो चालीस प्रतिशत से ज्यादा विकलांग थे। कुष्ठ पीड़ित सामाजिक बहिष्कार जैसी यातनाएं झेलने को मजबूर थे। उन्हें आज भी घर में जगह नहीं मिलती है।