गांधीनगर, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। गुजरात की राजधानी गांधीनगर के नगर निगम चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस ने बराबर-बराबर सीटें जीती हैं। इसके साथ ही निगम पर भाजपा का शासन खत्म हो गया है।
गांधीनग नगर निगम के दूसरे कार्यकाल के लिए मतदान रविवार को हुआ था।
इस चुनाव के साथ ही पांच जिलों में 10 तालुका पंचायत सीटों पर भी उपचुनाव एक साथ कराया गया। इनमें से भाजपा ने सात सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को तीन सीटों से संतोष करना पड़ा। भाजपा के पास इन पांच जिलों में पहले केवल एक सीट थी, जबकि छह सीटें कांग्रेस के पास थीं।
इस बीच, भाजपा तथा कांग्रेस ने दो जिला पंचायतों में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में एक-एक सीटें जीतीं।
32 सीटों वाले गांधीनगर नगर निगम में भाजपा ने बहुमत खोते हुए 16 सीटें जीतीं। यह 18 से दो सीट कम है। कांग्रेस ने भी 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। यहां कुल 1,50,610 योग्य मतदाताओं में 78,247 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
इससे पहले, कांग्रेस ने पांच वर्ष पहले गांधीनगर नगर निगम चुनाव में 18 सीटें जीती थीं, उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। लेकिन, बीच में तीन सदस्य भाजपा के पाले में चले गए, जिससे सत्ता बदल गई थी।
उस वक्त गांधीनगर नगर निगम में 33 सीटें होती थीं। परिसीमन के बाद सीटों की संख्या घटकर 32 हो गई।
गांधीनगर के महापौर महेंद्र सिंह राणा कांग्रेस के प्रवीण पटेल से मात्र 60 मतों से चुनाव हार गए। पटेल भाजपा से कांग्रेस में आए थे।
अब चूंकि दोनों पार्टियों के पास समान सीटें हैं, इसलिए यह तय नहीं हो पा रहा है कि निगम में किसकी सत्ता होगी।
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता निशित व्यास ने आईएएनएस से कहा, “परिणाम से स्पष्ट होता है कि हमने भाजपा से शासन की बागडोर छीन ली है।”
उन्होंने कहा, “सबसे बड़ी बात यह है कि दो और सदस्यों के साथ कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए महापौर के साथ ही उनके साथ गए दोनों सदस्य भी चुनाव हार गए।”
गुजरात में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय रूपानी ने कहा, “पिछली बार के बजाय इस बार का परिणाम बेहतर है। पिछली बार हम 33 में से 15 सीटों पर जीते थे, जबकि इस बार 32 में से 16 सीटों पर जीत दर्ज की है।”
उन्होंने कहा कि खेडा जिला पंचायत सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है, जो बीते 30 वर्षो से कांग्रेस के पास थी।