नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। पेप्सीको इंडिया ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की खराब छवि का हवाला देकर इस प्रीमियर टी-20 टूर्नामेंट से अलग होने का फैसला किया है। पेप्सीको इंडिया आईपीएल का टाइटिल स्पांसर है।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। पेप्सीको इंडिया ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की खराब छवि का हवाला देकर इस प्रीमियर टी-20 टूर्नामेंट से अलग होने का फैसला किया है। पेप्सीको इंडिया आईपीएल का टाइटिल स्पांसर है।
पेप्सीको इंडिया ने आईपीएल के साथ पांच साल का टाइटिल स्पांसर का करार किया था लेकिन इस करार के खत्म होने में अभी दो साल बचे हुए हैं और शीतल पेय बनाने वाली इस कम्पनी ने टूर्नामेंट को बाय-बाय करने का मन बना लिया है।
वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक पेप्सीको इंडिया ने जुलाई में लोढ़ा समिति द्वारा राजस्थान रायल्स और चेन्नई सुपर किंग्स टीमों को 2013 आईपीएल सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग मामले में दो साल के लिए निलम्बित करने का फैसला देने के बाद ही लीग से अलग होने का फैसला कर लिया था।
पेप्सीको इंडिया ने अब तक इस सम्बंध में आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि कम्पनी ने आईपीएल गवर्निग काउंसिल और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को करार के खत्म करने के सम्बंध में पत्र भेज दिया है।
आईपीएल प्रमुख राजीव शुक्ला ने साफ कर दिया है कि समय से पहले करार समाप्त करने को लेकर बोर्ड पेप्सीको इंडिया के खिलाफ किसी तरह का कानूनी पेंच नहीं लगाएगा। कम्पनी ने 2012 में आईपीएल के साथ 392 करोड़ रुपये का करार किया था। शुक्ला ने कहा कि पेप्सीको इंडिया एक अच्छा साझेदार है और बोर्ड उसके साथ सम्बंध खराब नहीं करना चाहता।
मुम्बई में 18 अक्टूबर को बीसीसीआई की वर्किं ग कमिटि की बैठक है और इसी में पेप्सीको इंडिया के साथ करार समाप्त करने के लिए अंतिम मुहर लगाई जा सकती है। शुक्ला ने कहा कि बोर्ड ने पेप्सीको इंडिया के स्थान पर टाइटिल स्पांसर की तलाश शुरू कर दी है।