अरुण कुमार
वाशिंगटन, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। क्रेन्स 2015 के ’40 अंडर 40′ की सूची में चार भारतवंशी नागरिकों को भी शामिल किया गया है। यह सूची न्यूयार्क में काम करने वाले सर्वाधिक प्रतिभाशाली और सक्रिय पेशेवरों से संबंधित है।
बिजनेस पत्रिका ने 450 कंपनियों में से बैले नर्तक से लेकर प्रतिभाशाली मार्केटिंग गुरु तक को चुना है। चार भारतीयों में अमी जैन, आदित्य जुल्का, रेशमा सौजानी और नीना टंडन शामिल हैं।
हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक 32 वर्षीय अमी ने एक्सेसरीज बनाने वाली कंपनी बॉबलबार की शुरुआत की, जो कि अपने उत्पादों की आपूर्ति नार्डस्ट्राम और एंथ्रोपोलोजी जैसे बड़े स्टोर को करती है।
बॉबलबार को हर दिन 1000 आर्डर मिलते हैं, जिसकी कीमत 30 से 75 डॉलर के बीच होती है। अमी साल के अंत तक चार नए रिटेल शॉप को अपने उत्पादों की आपूर्ति करने की उम्मीद कर रही हैं।
ऑनलाइन नीलामी कंपनी पैडल8 के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक आदित्य कहते हैं, “मैं व्यवसाय की समस्या छोटे-छोटे प्रयोगों से ठीक करता हूं।
हार्वर्ड से एमबीए कर चुके बायोकेमिकल इंजीनियर जुल्का नीलामी संबंधी काम में दो बायोमेडिकल उद्यम में सफलता अर्जित करने के बाद आए हैं।
रेशमा सुजानी तीन साल पहले अस्तित्व में आई ‘गर्ल्स हू कोड’ की संस्थापक हैं। यह एक गैर लाभकारी संस्था है और कम आय वाले समुदाय से ताल्लुक रखने वाली लड़कियों को कंप्यूटर का ज्ञान देती है। इस संस्था से 24 राज्यों की 3,000 छात्राएं जुड़ी हुई हैं।
चौथी भारतवंशी व्यवसायी नीना टंडन(35) एपीबोन की मुख्य कार्यकारी हैं। उनकी इस नई कंपनी ने सफलता पूर्वक सूअर के चेहरे की हड्डी विकसित की और इसका लक्ष्य अब अगले तीन सालों में इंसानों में यह प्रयोग करना है।
उनकी कंपनी के नौ कर्मचारी इटली, कजाकिस्तान और अमेरिका में है। कंपनी ने पिछली गर्मी से अब तक 32 लाख डॉलर जुटाए हैं।
टंडन कहती हैं, “हमारा उत्पाद आपके लिए एक मंच है जहां आप अपनी कोशिका के जरिए अपने शरीर की मरम्मत कर सकते हैं।”