ओलम्पिक खेलों का आयोजन पांच से 21 अगस्त तक रियो डी जेनेरियो में होगा, लेकिन प्रश्न यह बना हुआ है कि क्या इन खेलों की तैयारियां समय पर पूरी हो पाएंगी?
रियो ओलम्पिक खेल, क्रीड़ास्थलों के पूर्ण रूप से तैयार होने में हो रही देरी के कारण विवादों में फंसा हुआ है।
हालांकि, आयोजकों का कहना है कि खेल सुविधाएं 98 प्रतिशत तक पूरी हो गई हैं, केवल वेलोड्रोम में देरी हो रही है।
वेलोड्रोम की सतह में हो रही परेशानियों के कारण पिछले माह ‘ट्रैक साइकिंलग’ टेस्ट इवेंट रद्द करना पड़ा था। लेकिन, रियो 2016 के अध्यक्ष कार्लोस नुजमान का कहना है कि आयोजन स्थल निर्धारित समय से पहले तैयार हो जाएंगे।
टेनिस केंद्र का काम भी 90 प्रतिशत पूरा हुआ, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह समय पर तैयार हो जाएगा।
ब्राजील में दो वर्ष पूर्व 2014 में हुए फुटबाल विश्व कप खेलों के प्रति जनता का समर्थन नहीं था, लेकिन ओलम्पिक खेलों के साथ इस प्रकार की कोई स्थिति नहीं है।
हाल ही में जारी प्रेस विज्ञप्ति में अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने कहा कि 70 प्रतिशत रियो निवासी इन खेलों के आयोजन के पक्ष में हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह खेल उनके देश और शहर के विकास के लिए एक सकारात्मक आयोजन है।
ओलम्पिक खेलों की तैयारियों की प्रशंसा करने के बजाए आईओसी के समन्वय आयोग ने चेतावनी दी है कि रियो ओलम्पिक की तैयारियों का कठिन समय अभी आना बाकी है।
राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ के खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया और देश में सबसे खराब मंदी की स्थिति के कारण ओलम्पिक खेलों का आयोजन चिंता का कारण बना हुआ है।
ब्राजील में 2014 के फुटबाल विश्व कप से पहले लागत, भ्रष्टाचार और घटिया सार्वजनिक सेवाओं के खिलाफ व्यापक तौर पर कई प्रदर्शन किए गए थे।
सैकड़ों इंजीनियर और मजदूर शहर के बारा दा तिजुका इलाके में स्थित ओलम्पिक पार्क को जोड़ने वाली परिवहन लाइनों को तय समय पर तैयार करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
सरकार के अनुसार, इन लाइनों से 3,00,000 से अधिक लोग एक दिन में सफर कर सकेंगे, जिसके कारण शहर में यातायात की समस्या नहीं होगी।
पिछले सप्ताह एक साइकिल ट्रैक के पानी में ढह जाने से दो लोगों की मौत हो गई और इस कारण बुनियादी ढांचों से संबंधित चिंताएं बढ़ गई हैं।
सुरक्षा के मामले पर सरकार ने कहा कि खेलों के दौरान वह 38,000 सैनिकों की तैनाती करेगी, जिनके साथ 48,000 पुलिसकर्मी और दमकल विभागकर्मी भी शामिल होंगे।
एथलीटों, अधिकारियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई प्रतिबद्धता के बावजूद, सरकार ने पिछल माह अपने ओलम्पिक सुरक्षा बजट में 5.50 करोड़ डॉलर की कटौती की थी।
अधिकारियों का कहना है कि इस कटौती से उन निवेशों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा, जो खेलों से सीधे तौर पर नहीं जुड़े हुए हैं।
आयोजकों का कहना है कि इन खेलों से रियो के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।