कोलकाता, 30 जनवरी – दिग्गज फैशन रिटेलर पैंटालून्स ने यहां गुरुवार को उसके कर्मचारियों द्वारा किए गए दावों को निराधार बताया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कंपनी ने उन्हें राष्ट्रगान गाने के लिए निलंबित कर दिया है। आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी के दक्षिण कोलकाता में कैमक स्ट्रीट शोरूम में कुछ कर्मचारियों ने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट कर दावा किया था कि उन्हें राष्ट्रगान गाने के लिए दंडित किया गया है।
कर्मचारियों ने दावा किया था कि शोरूम के 150 कर्मचारियों में से 25 को राष्ट्रगान गाने के लिए निलंबित कर दिया गया।
इस कार्रवाई के खिलाफ पैंटालून्स के कर्मचारी पिछले छह दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारी जो पोस्टर अपने साथ लिए हुए हैं, उस पर लिखा गया है, “पैंटालून्स के कर्मचारी प्रबंधन से न्याय चाहते हैं।”
वहीं अब कंपनी ने दावा करते हुए कहा कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक आधार पर कार्रवाई की गई। कंपनी ने इसे दुर्भाग्यपूर्णबताते हुए कहा, “पैंटालून्स स्पष्ट रूप से उस निराधार और शरारती दावे का खंडन करना चाहती है, जिसमें कहा गया कि कोलकाता में कुछ कर्मचारियों को राष्ट्रगान गाने के लिए निलंबित कर दिया गया।”
कंपनी के अनुसार, कोलकाता में 20 वर्ष पहले पैदा हुए इस ब्रांड पैंटालून्स के पश्चिम बंगाल में 1,215 कर्मचारी रोल पर हैं। कुछ दिनों पहले निष्पक्ष प्रक्रिया के माध्यम से जांच की गई, जिसमें अनुशासनहीनता जैसे कारणों से कुछ कर्मचारियों को निलंबन का नोटिस दिया गया।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई कारणों से कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, जिसमें ग्राहकों की उपस्थिति में हिंसात्मक व्यवहार, स्टोर संचालन को बाधित करने, महिला कर्मचारियों को धमकाने और सहकर्मियों को अपमानित करने जैसी हरकतों के कारण कार्रवाई की गई।