कोलंबो, 29 अगस्त (आईएएनएस)। चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 135) की जुझारू पारी और आठवें विकेट के लिए अमित मिश्रा (59) के साथ निभाई गई 104 रनों की साझेदारी के बल पर भारत ने संकट से उबरते हुए सिन्हलीज स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर जारी तीसरे निर्णायक टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को आठ विकेट पर 292 रन बना लिए हैं।
दिन का खेल खत्म होने तक पुजारा के साथ ईशांत शर्मा दो रन बनाकर नाबाद लौटे।
बारिश ने दूसरे दिन भी खेल बाधित किया और दिन में 80.3 ओवरों का ही खेल हो सका।
पुजारा और मिश्रा के बीच आठवें विकेट के लिए हुई यह साझेदारी श्रीलंका के खिलाफ भारत की सर्वोच्च साझेदारी है, साथ ही एसएससी मैदान पर भी आठवें विकेट के लिए यह शीर्ष साझेदारी है।
बारिश से बाधित पहले दिन मात्र 15 ओवरों के खेल में 50 रन पर दो विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम शनिवार को अभी अपने कुल स्कोर में 14 रन ही जोड़ पाई थी कि कप्तान विराट कोहली (18) विकेट के पीछे लपक लिए गए।
कोहली का विकेट कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने लिया। कोहली ने तीसरे विकेट के लिए पुजारा के साथ 50 रन जोड़े।
इसके बाद बल्लेबाजी करने आए रोहित शर्मा (26) ने पुजारा के साथ चौथे विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी निभाई। हालांकि जब भारत को इस साझेदारी को और आगे ले जाने की जरूरत थी, रोहित अपना विकेट गंवा बैठे।
भारतीय पारी की 46वें ओवर की पांचवीं गेंद पर रोहित के आउट होते ही भोजनकाल घोषित कर दिया गया। भोजनकाल के बाद अपने अधूरे रह गए ओवर की आखिरी गेंद लेकर आए प्रसाद ने स्टुअर्ट बिन्नी को खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया।
इसके बाद पदार्पम मैच खेल रहे नमन ओझा (21) ने पुजारा के साथ छठे विकेट के लिए 54 रन जोड़े और टीम को कुछ स्थिरता प्रदान की। रविचंद्रन अश्विन (5) हालांकि ज्यादा देर नहीं टिक सके और प्रसाद का चौथा शिकार बने।
एक समय भारतीय टीम 180 रनों पर सात विकेट गंवाकर संकट में नजर आने लगी थी। हालांकि इसके बाद मिश्रा ने पुजारा का अच्छा साथ निभाया और भारत को लगभग संकट से उबार लिया।
दिन के आखिरी सत्र में मिश्रा के रूप में भारत का एकमात्र विकेट गिरा। अर्धशतकीय पारी खेलकर जम चुके मिश्रा बारिश के कारण दूसरे दिन का खेल खत्म होने से थोड़ा ही पहले रंगना हेराथ की गेंद पर विकेट के पीछे लपक लिए गए।
एक छोर संभालकर दिनभर विकेट पर खड़े रहे पुजारा ने अब तक 277 गेंदों का सामना किया है और 13 चौके लगाए हैं। पुजारा को हालांकि 117 के निजी योग पर जीवनदान भी मिला। मैथ्यूज की गेंद पर उनका कैच फाइन लेग ऑफ में खड़े नुवन प्रदीप नहीं ले सके।
तीन मैचों की श्रृंखला में दोनों टीमें एक-एक मैच जीतकर बराबरी पर हैं।