नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में आरोपी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत से इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सम्मन भेजने का अनुरोध किया।
कोड़ा ने विशेष अदालत के न्यायाधीश भरत पराशर के समक्ष मनमोहन सिंह और दो अन्य आरोपियों को सम्मन भेजने के लिए याचिका लगाई है।
अदालत झारखंड के अमरकोंडा मुर्गादंगल ब्लॉक को जिंदल स्टील और गगन स्पंज को आवंटित किए जाने से संबंधित मामले की सुनवाई कर रही थी।
अपनी याचिका में कोड़ा ने कहा, “केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में कहा गया है कि कोयला मंत्री की संलिप्तता के बिना साजिश पूरी नहीं हो सकती, जिन्होंने आवंटन की पूरी प्रक्रिया को अपनी मंजूरी दी होगी।”
कोड़ा ने याचिका में कहा, “दस्तावेजों के मुताबिक, मामले के तथ्यों से कोयला मंत्री वाकिफ थे और जेएसपीएल तथा जीएसआईपीएल कोयला ब्लॉक आवंटन का फैसला पूरे होशो-हवाश में किया।”
उन्होंने कहा कि आरोप पत्र के मुताबिक, आवंटन गलत तरीके से हुआ और लोकहित में नहीं था, तो आवंटन को अंजाम देने वाले अंतिम अधिकारी को मुकदमे का सामना किए बिना यूं ही जाने नहीं दिया जा सकता।
उन्होंने तत्कालीन सचिव (ऊर्जा) आनंद स्वरूप तथा तत्कालीन सचिव (खनन एवं भूविज्ञान) जयशंकर तिवारी को भी सम्मन देने की मांग करते हुए कहा कि कंपनियों के आवेदन का मूल्यांकन करने के लिए झारखंड सरकार द्वारा तीन सदस्यों के उप-समूह का गठन किया गया था, जिसके वे दोनों सदस्य थे।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 28 अगस्त की तिथि निर्धारित की है।
इस मामले में उद्योगपति एवं कांग्रेस नेता नवीन जिंदल, मधु कोड़ा, पूर्व कोयला राज्य मंत्री दासारि नारायण राव, पूर्व कोयला सचिव एच.सी. गुप्ता और अन्य को आरोपी बनाया गया है।
इन पर आपराधिक षड़्यंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं।