लाहौर- पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने बुधवार को कहा कि उन्हें भी दूसरा मौका मिलना चाहिए और वह देश की क्रिकेट की मदद करना चाहते हैं। मलिक को साल 2000 में मैच फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया था। लाहौर की अदालत ने हालांकि 2008 में उनके ऊपर से यह प्रतिबंध हटा दिया था।
उन्होंने पाकिस्तान के लिए 103 टेस्ट और 283 वनडे खेले हैं।
पाकिस्तानी मीडिया में जारी मलिक के बयान के मुताबिक, “मुझे क्रिकेट दोबारा शुरू करने का मौका दिया जाना चाहिए। अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मुझे युवा खिलाड़ियों की जिम्मेदारी देता है तो मैं किसी भी स्तर पर कोचिंग के लिए तैयार हूं।”
मलिक ने कहा कि अदालत ने उन्हें 2008 में क्लीन चिट दे दी, बावजूद इसके पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने उनको नजरअंदाज कर रखा है जबकि मोहम्मद आमिर, सलमान बट और शर्जील इमाम को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में खेलने की मंजूरी दे दी गई है। आमिर तो पाकिस्तान के लिए टेस्ट के अलावा सभी प्रारूपों में खेल रहे हैं क्योंकि टेस्ट से वो संन्यास ले चुके हैं।
उन्होंने कहा, “इसी तरह मुझे भी क्रिकेट में कोच के तौर पर दोबारा शुरू करने का मौका मिलना चाहिए। अदालत से क्लीन चिट मिलने के बाद से मुझे नहीं पता कि पीसीबी द्वारा मेरी अनदेखी क्यों की जा रही है। मैं किसी भी स्तर पर कोचिंग करने तैयार हूं।”
कुछ दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भी मलिक को दोबारा मौका देने की बात कही थी।