कोच्चि, 15 मार्च (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ के अधिकारी ने कोच्चि के स्टार्टअप विलेज की यात्रा की है। अधिकारी वैसा ही एक स्टार्टअप विलेज अपने राज्य में भी बनाना चाहते हैं।
कोच्चि का स्टार्टअप विलेज सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पीपीपी) मॉडल पर बना देश का पहला स्टार्टअप विलेज है। इसने 10 जनवरी को अपना 1,000वां दिन पूरा कर लिया है।
कोच्चि स्टार्टअप विलेज से 533 नई कंपनियां तैयार हुई हैं। इससे 2,889 लोगों को नौकरी मिली है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह के संयुक्त सचिव रजत कुमार के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने कोच्चि स्टार्टअप विलेज की यात्रा की और इसके मॉडल को समझने के लिए तथा नया रायपुर में भी एक ऐसा ही स्टार्टअप विलेज बनाने में सहयोग के लिए उन्होंने कई अधिकारियों से बात की।
कुमार ने कहा, “मॉबमी, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, केरल सरकार और अन्य पक्षों द्वारा तैयार इस स्टार्टअप विलेज से हम काफी प्रभावित हैं।”
छत्तीसगढ़ सरकार इसी तर्ज पर एक परियोजना शुरू करना चाहती है।
छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एंड बायोटेक प्रमोशन सोसायटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ कुमार ने कहा, “हम यहां इसके बारे में जानने आए हैं। हम अपने राज्य में भी इसका अनुकरण करना चाहते हैं, ताकि हमारे युवाओं को अवसर मिल सके।”
कोच्चि स्टार्टअप विलेज के अध्यक्ष संजय विजयकुमार ने कहा कि वे काफी उत्साहित हैं कि अन्य राज्य उनसे प्रेरणा लेना चाहते हैं।
विजयकुमार ने कहा, “हम स्टार्टअप विलेज पर एक रूपरेखा जारी करने वाले हैं, जिसके आधार पर दूसरे राज्य स्टार्टअप विलेज स्थापित कर सकते हैं।”