भोपाल : कमिश्नर भोपाल संभाग श्री एस.बी.सिंह ने आज उद्योग और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की संभागस्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों से साफ कहा कि वे केवल बेहतर नतीजों में ही विश्वास करेंगे। अगर-मगर की स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
उद्योग विभाग के कार्यों में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान कमिश्नर रायसेन और विदिशा जिलों की स्थिति से काफी नाखुश नजर आए। उन्होंने सीहोर जिले की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया और रायसेन तथा विदिशा जिलों के अधिकारियों को इससे सबक लेने की ताकीद की। उन्होंने रायसेन और विदिशा जिलों से इस इस योजना में वितरण की कमी पर कैफियत चाही तथा कहा कि जब सीहोर इसमें बेहतर नतीजे दे सकता है तो बाकी जिले क्यों नहीं।
स्वीकृति भर से नहीं चलेगा
कमिश्नर ने भोपाल जिले की स्थिति में भी सुधार लाने की ताकीद की और कहा कि केवल स्वीकृति भर से काम नहीं चलेगा डिस्वर्समेंट होना चाहिए। जिलों द्वारा अलग अलग कैफियत दिए जाने पर कमिश्नर ने संयुक्त संचालक उद्योग को ताकीद की कि हर जिला अलग कहानी बयां करे, यह ठीक नहीं है। सीहोर जिले से सबक लिया जाकर कार्य को गंभीरता से अंजाम दिया दिया जाये। कमिश्नर श्री सिंह ने कहा कि तीस जून तक हर हालत में डिस्पर्समेंट का कार्य पूरा कर लिया जाना चाहिए।
एक्सक्यूज ढूंढना ठीक नहीं
कमिश्नर श्री एस.बी.सिंह प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की प्रगति से भी नाखुश नजर आए। उन्होंने विदिशा और मण्डीदीप के अधिकारियों की इस कैफियत से नाइत्तफाक जताया कि बैंक सहयोग नहीं करते। कमिश्नर ने साफ कहा कि एक्सक्यूज ढूंढना ठीक नहीं है। संजीदा प्रयास होने चाहिए।
चिंता जाहिर की
दीनदयाल रोजगार और रानी दुर्गावती अनुसूचित जाति/जनजाति स्वरोजगार योजना की प्रगति पर चिंता जाहिर करते हुए कमिश्नर ने कहा कि इन योजनाओं की प्रगति में कमी यह साफ दर्शाती है कि प्रयासों में कमी आ रही है। उन्होंने संयुक्त संचालक श्री सोनकिया को आगाह किया कि यह स्थिति भी मूल्यांकन का आधार बन सकती है। यहां जरूरत होगी कि क्षमताओं का पूरा उपयोग किया जाये।
छात्रवृत्ति क्यों नहीं
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा भी कमिश्नर श्री सिंह द्वारा की गई। शहरी घरेलू कामकाजी महिलाओं के कल्याण के लिए संचालित योजना की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने भोपाल जिले की स्थिति पर नाराजी व्यक्त की और संभागीय उप संचालक से पूछा कि छात्रवृत्ति क्यों नहीं दी। उन्होंने योजना के उद्धेश्य की ओर ध्यान देने की जरूरत बताते हुए यह हिदायत दी कि सर्वे में बच्चों की जानकारी संकलित कर ली जाये जिससे स्थिति साफ हो सके और छात्रवृत्ति वितरण में आसानी हो। इसी तरह उन्होंने कामकाजी महिला प्रशिक्षण में रायसेन जिले की स्थिति को भी ठीक करने की ताकीद की। रायसेन जिले के अधिकारी ने बताया कि फंड उपलब्ध नहीं होने के चलते प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं की जा सकी। कमिश्नर ने कहा यह जवाब ठीक नहीं है। उन्होंने उप संचालक को हिदायत दी कि वे स्थिति को ठीक करें।
अन्यथा की स्थिति गंभीर होगी
प्रसूति सहायता योजना में प्रस्तुत जानकारी त्रुटिपूर्ण होने पर कमिश्नर श्री सिंह ने उप संचालक से कहा कि बाबू ने जानकारी बनाई और आपने दस्तखत ठोक दिए यह ठीक नहीं है। आइन्दा बैठक में पूरी तैयारी और जानकारी से वाकिफ होकर ही आएं। उन्होंने योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि वे योजना का आशय ठीक से समझ लें। उप संचालक से कहा गया कि वे इन हालातों को दुरूस्त कर लें। अन्यथा की स्थिति कष्टदायी हो सकती है।