तिरुवनंतपुरम, 7 सितम्बर | केरल में कुछ हिस्सों में हुई हल्की बारिश के बावजूद रविवार को ओणम पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। ओणम के अवसर पर लोग 26 पकवानों वाला शाकाहारी भोजन का आनंद लेते हैं और घरों को फूलों से सजाया जाता है।
केरल में 10 दिनों तक मनाए जाने वाले राज्य पर्व ओणम के दौरान रविवार को तिरु ओणम के मौके पर लोग खासा उत्साह में हैं और त्योहार से जुड़ी पुरानी परंपरा का स्मृतिदिवस मना रहे हैं।
तिरुवनंतपुरम की रहने वाली गृहणी सुमति नायर ने बताया, “हमने आज का भोजन केटरर से मंगवाया है। इतने सालों में केटरर भी काफी पेशेवर हो चुके हैं। वे हर पकवान साफ-सुथरे तरीके से अलग-अलग बरतन में पैक करके भेजते हैं।”
केरल में सभी धर्म, जाति और वर्गो के लोग फसलों का त्योहार ओणम मनाते हैं।
कोट्टायम के रहने वाले कुंजुमोन ने कहा कि वह चार महीने से बेरोजगार हैं, लेकिन फिर भी ओणम मनाने का प्रबंध उन्होंने कर लिया। उनका परिवार रबर के पेड़ से गोंद इकट्टा करने का काम करता है।
उन्होंने कहा, “हम गोंद इकट्ठा करने वाले खानदान से हैं। पिछले चार महीनों से हमें काम नहीं मिला। मैंने दूसरे काम कर के ओणम के लिए बचत की। यह मुश्किल है, लेकिन हमने जोड़-तोड़ करके जुगाड़ कर लिया।”
एक सेवानिवृत शिक्षिका के. पंकजशी ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि ओणम के मौके पर हम झूला डालकर उसके चारों ओर नृत्य करते थे।
उन्होंने कहा, “मेरे पिता तिरु ओणम से दो सप्ताह पहले मोटी रस्सियों का झूला आंगन में आम के पेड़ पर डाल देते थे। हम लोग पारंपरिक परिधानों में सजधज कर झूले के चारों ओर नृत्य करते थे।”
ओणम पर केरल के हर घर के मुख्य द्वार पर ताजे फूलों की अल्पना बनाने का भी रिवाज है। लेकिन फूलों के महंगे हो जाने के कारण अब लोग चीन आयातित प्लास्टिक के फूलों से काम चला लेते हैं।