तिरुवनंतपुर, 17 मार्च (आईएएनएस)। केरल विधानसभा में वामपंथी विधायक जमीला प्रकाशम ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने कांग्रेस के विधायक के. सिवदासन नायर को पिछले सप्ताह इसलिए दांत काटा, क्योंकि उन्होंने सदन में हंगामे के दौरान मेरे ऊपर पीछे से हमला किया था।
दांत काटने का यह मामला 13 मार्च का है। इस घटना के कारण प्रकाशम की सोशल मीडिया पर कड़ी निंदा की जा रही थी। प्रकाशन ने हालांकि अपनी इस आक्रामकता का बचाव किया है।
उन्होंने कहा, “अगर लोग सदन की कार्रवाई की फुटेज को सावधानीपूर्वक देखेंगे, तो उन्हें पता चलेगा कि पहले नायर ने मेरे पीछे से आकर मुझ पर हमला किया था।”
प्रकाशम ने कहा, “पहले उन्होंने मुझे अपने घुटने से मारा, और उसके बाद वह मेरे पास आए और उन्होंने मुझे अपने हाथों से पकड़ लिया। मैंने उनसे कहा कि मुझे छोड़ दीजिए, अन्यथा मैं आपको दांत काट लूंगी। उन्होंने कहा कि आप दांत काट सकती हो और इसीलिए मैंने उन्हें दांत काट लिया।”
उन्होंने नायर और दो अन्य वरिष्ठ कांग्रेस सांसदों डोमिनिक प्रजेंटेशन और बेनी बहनान पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने यह काम मुख्यमंत्री ओमन चांडी को खुश करने के लिए किया।
उन्होंने कहा, “यह सब मुख्यमंत्री के सामने हो रहा था। वह मेरे ऊपर हुए शारीरिक हमले के गवाह हैं।”
प्रकाशम ने कहा, “उन्होंने कहा कि हम साथ बैठ सकते हैं और विधानसभा की कार्यवाही की रिकॉर्डिग देख सकते हैं। मैंने उनसे इस रिकॉर्डिग को देखने के लिए अपने बच्चों और पत्नी को भी साथ लाने के लिए कहा है।”
वहीं नायर ने मीडिया से कहा कि महिला विधायक सच नहीं बोल रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन ने मंगलवार की सुबह पांच महिला विधायकों को पेश किया और कहा कि पिछले सप्ताह उन्हें कांग्रेस विधायकों के बीच कठिन समय बिताना पड़ा।
मार्क्सवादी नेता ने कहा कि पांच वामपंथी विधायकों को विधानसभा में उपद्रव मचाने के मामले में निलंबित करने का फैसला एकतरफा था।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी के कुछ विधायक सदन से बाहर चले गए थे, क्योंकि उन्होंने महिला विधायकों के साथ दुर्वव्यवहार किया था।
उन्होंने कहा, “देखते हैं हम इस मामले में क्या कर सकते हैं। हम इस तरह शांत नहीं होने वाले।”