कोल्लम, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल के कोल्लम जिले में स्थित पुत्तिंगल देवी मंदिर रविवार को हुए अग्निकांड के छह दिन बाद भी बंद है।
कोल्लम जिले के परावूर में स्थित इस मंदिर में आतिशबाजी के दौरान पटाखों के ढेर में आग लग जाने के कारण हुए हादसे में 114 लोगों की मौत हो गई, जबकि 350 से अधिक घायल हो गए।
मंदिर प्रबंधन के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि इस बात को लेकर भ्रम की स्थिति है कि मंदिर को पूजा-पाठ व अन्य गतिविधियों के लिए कब खोला जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, लोगों का एक वर्ग मंदिर को शनिवार को खोलने के पक्ष में है, जबकि अन्य शुद्धिकरण रस्म से पहले इसे खोलने के खिलाफ हैं।
सूत्र ने बताया, “फिलहाल मंदिर खोलने का विरोध करने वालों का कहना है कि इस पर बुरे समय का साया है और इसे दूर करने के लिए ‘देवप्रसन्नम’ (शुद्धिकरण रस्म) करने की आवश्यकता है।”
मंदिर के फिर से नियमित पूजा-पाठ के लिए खुलने में देरी का एक अन्य कारण 15 सदस्यीय मंदिर समिति के सात अधिकारियों का अब तक न्यायिक हिरासत में रहना भी बताया जा रहा है। उन्हें रविवार को हुए हादसे के बाद गिरफ्तार किया गया।
समिति के अन्य अधिकारी फरार हैं। पुलिस की अपराध शाखा उनकी तलाश में जुटी है।