लंदन, 15 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय निवेशक समुदाय से कहा कि भारत की स्पष्ट स्थिति यह है कि वह पिछली तिथि के प्रभाव से लगने वाला (रेट्रो) कोई कर नहीं लगाएगा, लेकिन केयर्न पर लगाया गया कर पुराना मामला है।
जेटली ने यहां शनिवार देर शाम संवाददाताओं से कहा, “नई सरकार जब बनी थी, तब मैंने नई सरकार की नीति के बारे में कहा था कि वह ऐसा कोई कानून नहीं बनाएगी, जो पिछली तिथि से लागू हो।”
उन्होंने कहा, “लेकिन जब पुराने नोटिस या पुराने मामले की बात हो, तो उन्हें सुलझाने होंगे।”
उन्होंने कहा, “साथ ही कोई नया नोटिस या नई कार्रवाई भी साधारण तौर पर नहीं की जाएगी।”
कारोबारी समुदाय के साथ हुई एक बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था।
उल्लेखनीय है कि कर विभाग के अधिकारियों ने केयर्न इंडिया पर 3.2 अरब डॉलर पूंजी लाभ कर लगाया है। वेदांता समूह की कंपनी पर यह कर 10 साल पहले हुए सौदे के लिए लगाया गया है।
जब यह सौदा हुआ था तब इस प्रकार के कर की व्यवस्था नहीं थी। लेकिन 2012 में एक कानून बनाकर पिछली तिथि से लगने वाले कर की व्यवस्था की गई।
ऐसा ही एक मामला ब्रिटेन की कंपनी वोडाफोन पर चल रहा है।
इस दौरे में जेटली ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, विदेश मंत्री फिलिप हैमंड, विपक्ष के नेता एडवर्ड मिलिबैंड और भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज तथा वित्त मंत्री जॉर्ज ऑसबर्न से मुलाकात की।