नैरोबी, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर केन्या के एक विश्वविद्यालय पर कथित तौर पर अल शबाब आतंकवादी समूह के आतंकवादियों के हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 घायल हो गए। यह हमला गुरुवार सुबह 5.30 बजे हुआ।
अधिकारियों के मुताबिक, 280 छात्रों को बचा लिया गया है, जबकि 535 छात्रों को अभी भी बाहर निकालना बाकी है।
केन्या के समाचारपत्र डेली नेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केन्या के रेड क्रॉस अधिकारियों ने कहा है कि गेरिसा युनिवर्सिटी कॉलेज में हमले के दौरान दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 65 लोग घायल हो गए।
दो पुलिसकर्मियों तथा एक नागरिक को विशेष इलाज के लिए विमान से नैरोबी पहुंचाया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि हमले के एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमालिया के अल-शबाब आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है।
अपने रेडियो स्टेशन से उन्होंने कहा, “हमने कई लोगों की हत्या कर दी और केन्याई लोग जब इसे देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे।”
वहीं, आंतरिक कैबिनेट सचिव जोसेफ एनकासेरी ने गेरिसा में संवाददाताओं से कहा कि घटनास्थल से फरार होने की कोशिश के दौरान संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया और हमले के बारे में उससे पूछताछ जारी है।
एनकासेरी ने पुष्टि की कि हमले में 15 लोगों की मौत हुई है, 65 लोग घायल हुए हैं, 280 लोगों को बचाया गया है, जबकि 535 लोगों को बाहर निकालना अभी बाकी है।
उन्होंने गेरिसा में संवाददाताओं से कहा, “संस्थान में 815 छात्र और 60 कर्मचारी हैं। सुरक्षाकर्मियों ने सफलतापूर्वक 280 छात्रों तथा सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया है।”
हमला परिसर के अंदर बने मस्जिद से शुरू हुआ, जहां हमलावरों ने मस्जिद के मौलानाओं की गोली मार कर हत्या कर दी।
गोलीबारी से बचे छात्रों ने बताया कि परिसर में कम से कम पांच हमलावर हैं। बहुत से अन्य छात्र और शिक्षक अभी भी बंधक बने हुए हैं।
इससे पहले, केन्या नेशनल डिसास्टर ऑपरेशंस सेंटर के हवाले से खबरें आई थीं कि बंदूकधारी अभी भी कॉलेज परिसर में हैं, जिससे सामूहिक हत्याओं की आशंका बनी हुई है।
पुलिस महानिरीक्षक जोसेफ बोइनेट ने कहा कि छात्रावास की सुरक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों व हमलावरों के बीच एक मुठभेड़ हुई है।
उन्होंने कहा, “विश्वविद्यालय परिसर के अंदर हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं।”
बोइनेट ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जारी एक बयान में कहा, “छात्रावास में घुसते समय हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब का सामना करना पड़ा। नेशनल पुलिस सर्विस कमीशन (एनपीएस) के अधिकारियों तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों को मिलाकर गठित एक संयुक्त बल घटनास्थल पर पहुंचा और छात्रावास में हमलवारों को मार गिराने की कार्रवाई के लिए मोर्चा संभाल लिया।”
केन्या डिफेंस फोर्स (केडीएफ) तथा पुलिस भी विश्वविद्यालय परिसर में दाखिल हुई।
एक छात्र हमजा यूसुफ ने कहा, “सुरक्षा बलों ने बंदूकधारियों को एक छात्रावास में पहुंचा दिया है। वे किसी को परिसर के अंदर नहीं जाने दे रहे हैं और इसे नियंत्रण में ले लिया है।”
आधिकारिक खबरों के मुताबिक, 30 से ज्यादा छात्र सुरक्षित रूप से परिसर से भागने में कामयाब हुए हैं। परिसर से भागते समय गोलियों से घायल हुए छात्रों का उपचार किया जा रहा है।
केन्या रेडक्रॉस और अन्य सहायता संगठन बचाव सेवाओं के लिए घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी समूहों से अभी भी संस्थान को खतरा है।
सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “हमें पहले भी खतरा था और इसलिए संस्थान को अलर्ट किया गया था।”