नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)। समता समाजवादी कांग्रेस पार्टी (कांग्रेस-एस) ने भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश की जनता के साथ वादा खिलाफी करने का रविवार को आरोप लगाया। पार्टी अध्यक्ष डॉ. अरविंद गांधी ने कहा कि भाजपा ने चुनाव के दौरान जो वादे किए थे, सत्ता में आने के चार साल बाद भी उसे पूरे नहीं किए।
गांधी ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आज देश में लोकतंत्र खतरे में है, संवैधानिक मूल्यों की अवमानना करने वाले झूठे लोगों के हाथ में देश की बागडोर है।”
उन्होंने कहा, “केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में जीएसटी और एफडीआई लागू नहीं करने की बात कही थी। उसने खुदरा में एफडीआई को अनुमति न देने की भी बात कहीं थी। लेकिन भाजपा अपने वादे से मुकर गई। आज खुदरा व्यापारी और देश के 80 फीसदी नागरिक बुरी तरह परेशान हैं।”
गांधी ने कहा, “भाजपा ने घोषणा-पत्र में स्वदेशी की बात कहीं थी, मगर स्वदेशी के नाम पर देश की जनता को धोखा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ की घोषणा की, जो जनता के साथ धोखा है। देश को ‘मेक इन इंडिया’ नहीं, बल्कि ‘मेक बाई इंडिया’ की जरूरत है। ताकि देश के बेरोजगारों को रोजगार मिले, और अर्थव्यवस्था मजबूत हो।”
गांधी ने बाबा रामदेव के स्वदेशी विचार का समर्थन किया, लेकिन उनके देसी घी पर सवाल उठाया। उन्होंने संदेह जताया कि बाबा रामदेव ज्यादातर घी आस्ट्रेलिया अथवा अन्य देशों से मंगाते हैं, और उसे देसी के नाम पर बेचते हैं। इसकी उच्चस्तरीय जाच कराई जानी चाहिए। गांधी ने बाबा रामदेव को देसी घी के स्रोत बताने की चेतावनी भी दी।
गांधी ने जातिगत आधार पर कराई गई जनगणना को सदन के पटल पर नहीं रखने के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि सरकार जनगणना की रपट दबा रही है।
सीबीआई जज बी.एच. लोया की संदिग्ध मौत के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और साथ ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर लगे आरोपों की भी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। उन्होंने जज लोया के परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की।
गांधी ने पत्रकारों के लिए पत्रकार वेलफेयर बोर्ड गठित करने की भी सरकार से मांग की।
संवाददाता सम्मेलन में पार्टी महासचिव डॉ. सविता पूनम, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष धर्मेद्र सिंह पवार, उपाध्यक्ष गौरव पांडे, राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य कुसुम रानी मिश्रा, और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य अभिषेक निगम भी उपस्थित थे।